सार

तमाम जगहों पर कश्मीरी युवाओं ने आतंकवाद के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। कई युवाओं ने मांग की है कि पाकिस्तान को खत्म कर दिया जाए।

Anantnag Encounter: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से हुए एनकाउंटर में तीन बहादुर जांबाजों की मौत पर पूरा देश शोकाकुल है। देश के तीन सपूतों की मौत से कश्मीर का आवाम भी गमज़दा है। तमाम जगहों पर कश्मीरी युवाओं ने आतंकवाद के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। कई युवाओं ने मांग की है कि पाकिस्तान को खत्म कर दिया जाए।

दरअसल, कर्नल मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में एक सेना ओर जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक यूनिट कोकेरनाग के जंगली इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर कांबिंग कर रही थी। खुद को चारों ओर से घिरा पाकर छिपे हुए आतंकवादियों ने यूनिट पर हमला कर दिया। भारी गोलीबारी में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक और जम्मू-कश्मीर के पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट की जान चली गई।

 

 

जैसे ही तीन जांबांजों की मौत की सूचना आई, पूरे देश में गम और गुस्से का आलम था। गुरुवार को तीनों बहादुरों का अंतिम संस्कार किया गया। परिजन के रूदन को देख देशवासियों की भी आंखें भर आई। गुस्साएं लोगों में शामिल कश्मीरी युवाओं के एक ग्रुप ने पाकिस्तान को इस साजिश का जिम्मेदार बताते हुए उसे ही खत्म करने का आह्वान किया। रिटायर्ड मेजर जनरल राजू चौहान, वीएसएम, ने एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में एक युवा कश्मीरी व्यक्ति ने कहा, "पाकिस्तान को खत्म करो। पाकिस्तान को नष्ट करो। हम भारत में रहते हैं। हम भारतीय हैं। हम कश्मीरी भारतीय हैं। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किए गए वीडियो के कैप्शन में लिखा है: पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ एक कश्मीरी युवा की भावनाओं को सुनें। वह चाहता है कि पाकिस्तान को नष्ट कर दिया जाए।

 

 

तीनों जांबाजों को नम आंखों से विदाई

तीनों बहादुर सैनिकों को उनके-उनके पैतृक गांवों में नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी गई। कर्नल मनप्रीत सिंह को उनका छह साल का बेटा कबीर जब सलामी दिया तो उस दृश्य को देखकर हर किसी की आंखें हो गई। हरियाणा के पंचकुला में उनके आवास पर हजारों की भीड़ अंतिम दर्शन को मौजूद रही। नन्हा कबीर अपनी बड़ी बहन के साथ खड़े पिता को सलामी देते हुए निहारता रहा। शुक्रवार शाम को कर्नल सिंह को मोहाली के मुल्लांपुर में अंतिम संस्कार किया गया।

 

 

जबकि मेजर आशीष धोनक को पूरे सैन्य सम्मान के साथ शुक्रवार को उनके गृहनगर पानीपत के बिंझोल गांव में अंतिम विदाई दी गई। जम्मू-कश्मीर के पुलिस उपाधीक्षक (डीवाईएसपी) हुमायूं भट को भी गुरुवार को उनके गृहनगर बडगाम में अंतिम विदाई दी गई। सैकड़ों शोक संतप्त लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए। हुमायूँ के पिता, गुलाम हसन भट, एक सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक भी शामिल हैं। हुमायूँ की पत्नी अपनी दो महीने की बेटी को गोद में लिए हुए आंसू बहा रही थी। हर कोई दो महीने के मासूम और उसकी मां को देख खुद के आंसू न रोक पा रहा था।