देश में कोरोना: रिकवरी रेट 97.11% हुई, लेकिन 92% केस 10 राज्यों में, केरल टॉप पर

देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कमजोर पड़ चुकी है, लेकिन 10 राज्यों में अभी भी खतरा बना हुआ है। देश में पिछले 24 घंटे में 40 हजार नए केस मिले। इस दौरान 42 हजार से अधिक ठीक हुए, जबकि 725 लोगों की मौत हुई।

नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का खतरा कम होने लगा है। हालांकि कुछ राज्यों को अभी भी अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। देश में पिछले 24 घंटे 40 हजार से अधिक नए केस सामने आए। इसी दौरान 725 लोगों की मौत हुई, जबकि 42 हजार से अधिक लोग ठीक हुए। इससे पहले 7 अप्रैल को सबसे कम 684 मौतें हुई थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले कुल मामलों के 1.58% हैं। दैनिक पॉजिटिविटी रेट 2.61% और रिकवरी रेट 97.11% है। 

नए मामले में केरल टॉप पर
देश में बीते दिनों कुल मिले मामलों का 92 प्रतिशत 10 राज्यों- केरल, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, असम, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में मिला है। केरल इस मामले में टॉप पर है। यहां 12 हजार नए केस मिले, जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र। यहां बीते दिनों 9 से अधिक केस मिले। महाराष्ट्र में पिछले दिनों 306 मौतें हुई। यह देश में सर्वाधिक हैं। देश में अब तक 3.05 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 2.96 करोड़ लोग ठीक हुए। अब तक 4.02 लाख लोगों की मौत हुई है। इस समय 4.77 लाख एक्टिव केस हैं।

Latest Videos

देश में सैम्पलिंग और टेस्ट


Asianet News का विनम्र अनुरोधः आइए साथ मिलकर कोरोना को हराएं, जिंदगी को जिताएं...। जब भी घर से बाहर निकलें माॅस्क जरूर पहनें, हाथों को सैनिटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वैक्सीन लगवाएं। हमसब मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे और कोविड चेन को तोड़ेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona

pic.twitter.com/qn3uLmNF3W

 

pic.twitter.com/qu6AonQQoW

 

Share this article
click me!

Latest Videos

Maharashtra Election 2024: 'कटेंगे-बटेंगे' के खिलाफ बीजेपी में ही उठने लगे सवाल। Pankaja Munde
UPPSC Student Protest: प्रयागराज में क्या है छात्रों की प्रमुख मांग, चौथे भी डटे हुए हैं अभ्यर्थी
'मुझे लव लेटर दिया... वाह मेरी महबूबा' ओवैसी का भाषण सुन छूटी हंसी #Shorts
पनवेल में ISKCON में हुआ ऐसा स्वागत, खुद को रोक नहीं पाए PM Modi
कागजों पर प्लान, सिर्फ ऐलान... क्यों दिल्ली-NCR को नहीं मिल रही धुआं-धुआं आसमान से मुक्ति?