कोलकाता/भुवनेश्वर/नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती साइक्लोन 'दाना' 24 अक्टूबर की देर रात ओडिशा तट से टकराया। करीब 110 Km/h की रफ्तार से तूफान केंद्रपाडा जिले के भितरकनिका और भद्रक जिले के धामरा तट पहुंचा। इसके चलते इन इलाकों में बड़े-बड़े पेड़ धराशायी हो गए। वहीं, भुवनेश्वर और कोलकाता के एयरपोर्ट को गुरुवार शाम 6 बजे से ही बंद कर दिया गया है। चक्रवाती तूफान के खतरे को भांपते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने करीब 1.60 लाख लोगों को प्रभावित इलाकों से निकाला है। अब तक 83,500 से ज्यादा लोग राहत शिविरों में पहुंचाए गए हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की डायरेक्टर मनोरमा मोहंती के मुताबिक, तूफान अब धामरा से करीब 15 Km उत्तर और भितरकनिका से 30 Km उत्तर-पश्चिम में है। लैंडफॉल से पहले तूफान के ओडिशा में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के साथ ही धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। इसके लैंडफॉल की प्रॉसेस जारी है। बता दें कि तूफान के चलते ओडिशा और बंगाल में NDRF की कई टीमें तैनात की गई हैं।
दाना तूफान के चलते ओडिशा के भद्रक, केंद्रपाड़ा समेत कुछ इलाकों में भारी बारिश हो रही है। यहां 30 Cm से ज्यादा बारिश का अंदेशा जताया गया है। इसके अलावा राज्य के दूसरी तटीय जिलों में भी 20 सेमी तक पानी गिरने की संभावना है। ओडिशा के 14 जिलों के लगभग 10 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
दाना तूफान को देखते हुए भुवनेश्वर और कोलकाता के एयरपोर्ट को गुरुवार शाम 6 बजे से लेकर शुक्रवार सुबह 9 बजे तक के लिए बंद रखा गया है। इस दौरान 300 उड़ानें रद्द की गई हैं। इसके अलावा रेलवे ने भी तूफान की भयावहता को देखते हुए 550 से ज्यादा ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं।
ओडिशा सरकार ने दाना तूफान के मद्देनजर कोणार्क के सूर्य मंदिर को दो दिनों के लिए बंद कर दिया है। इसके अलावा पुरी के जगन्नाथ मंदिर के आसपास लगे सभी अस्थायी टेंट हटा दिए गए हैं। ओडिशा में किसी भी खतरे से निपटने के लिए सरकार ने NDRF, SDRF और दमकल विभाग की कुल 288 टीमें लगाई हैं। 25 अक्टूबर तक राज्य के 14 सबसे प्रभावित जिलों के स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है।
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