चेन्नई। चक्रवात फेंगल (Cyclone Fengal) बंगाल की खाड़ी में तेज हो गया है। यह पुडुचेरी के करीब पहुंच गया है। आज इसके जमीन पर पहुंचने की संभावना है। इससे भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की आशंका है। तमिलनाडु सरकार ने कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए हैं। सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर रोक लगा दी है। आईटी कंपनियों से कहा गया है कि अपने कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम कराएं।
चेन्नई, तिरुवल्लुर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू के सभी स्कूल कॉलेज शनिवार को बंद रहेंगे। चक्रवात के दोपहर बाद जमीन पर पुडुचेरी के पास कराईकल और महाबलीपुरम के बीच पहुंचने की संभावना है। इसके चलते 90 किलोमीटर प्रति घंटा तक रफ्तार से हवा चल सकती है। तमिलनाडु सरकार ने ईस्ट कोस्ट रोड (ECR) और ओल्ड महाबलीपुरम रोड (OMR) सहित प्रमुख सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को बंद कर दिया है।
समुद्र तट के करीब से गुजरने वाले सड़कों पर अधिक खतरा है। इन्हें अस्थायी रूप से बंद किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां भारी से अत्यधिक भारी बारिश की आशंका है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने 2,229 राहत शिविर स्थापित किए हैं। 164 परिवारों के 471 लोगों को तिरुवरुर और नागपट्टिनम जिलों में राहत केंद्रों में रखा गया है। बाढ़ की आशंका के चलते चेन्नई, कुड्डालोर और मयिलादुथुराई जैसे प्रभावित क्षेत्रों में मोटर पंप, जनरेटर और नावों सहित आवश्यक उपकरण तैनात किए हैं। NDRF और SDRF को सहायता प्रदान करने के लिए प्रभावित जिलों में तैनात किया गया है। अधिकारियों ने मछुआरों को किनारे पर रहने की सलाह दी है। समुद्र में मौजूद 4100 से ज्यादा नावें किनारे पर लौट आई हैं।
मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान का प्रभाव तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में सबसे अधिक होगा। आने वाले दिनों में अन्य भागों में भी भारी बारिश हो सकती है। 1 दिसंबर को चक्रवात के प्रभाव से तमिलनाडु के अंदरूनी इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की उम्मीद है। इस तूफान के 3 दिसंबर तक क्षेत्र को प्रभावित करने की उम्मीद है।
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