सार

खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नून ने प्रयागराज महाकुंभ को बाधित करने की धमकी दी है। उसने अपने समर्थकों से खालिस्तान और कश्मीर के झंडे लेकर एयरपोर्ट पर खड़े होने का आह्वान किया है। अखाड़ा परिषद ने पन्नून की धमकी को खारिज कर दिया है।

नई दिल्ली। खालिस्तानी आतंकी और प्रतिबंधित संगठन सिख फोर जस्टिस के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। उसने वीडियो जारी कर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित महाकुंभ को बाधित करने की धमकी दी है।

पन्नून वीडियो जारी किया है। इसमें उसने हिंदुत्व विचारधारा का विरोध करने और उसे खत्म करने के लिए "प्रयागराज चलो" का नारा दिया है। उसने अपने समर्थकों से कहा है कि लखनऊ और प्रयागराज एयरपोर्ट पर खालिस्तान और कश्मीर का झंडा लेकर खड़े हों। उसने धमकी दी है कि “महाकुंभ प्रयागराज 2025 युद्ध का मैदान बन जाएगा”।

पन्नून ने 10 दिन में दो बार दी महाकुंभ बाधित करने की धमकी

पन्नून ने 10 दिन में महाकुंभ को लेकर दूसरी बार धमकी दी है। इससे पहले एक वीडियो में उसने मकर संक्रांति (14 जनवरी), मौनी अमावस्या (29 जनवरी) और बसंत पंचमी (3 फरवरी) सहित धार्मिक आयोजन की प्रमुख स्नान तिथियों को बाधित करने की धमकी दी थी।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने पन्नून की धमकियों को किया खारिज

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने पन्नून के पहले वाले वीडियो की कड़ी निंदा की थी। परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने पन्नून की धमकियों को खारिज करते हुए उसे "पागल" कहा था। उन्होंने कहा, "अगर पन्नून नाम का यह व्यक्ति हमारे महाकुंभ में घुसने की हिम्मत करता है तो उसे पीटा जाएगा और बाहर निकाल दिया जाएगा। हमने ऐसे सैकड़ों पागल देखे हैं।"

महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि हिंदुओं और सिखों के बीच एकता है। फूट डालने की कोशिश करने वाले कामयाब नहीं होगे। उन्होंने कहा, "यह माघ मेला है, जहां सिख और हिंदू एकजुट हैं। विभाजन पैदा करने की कोशिशें बेबुनियाद हैं। सिख समुदाय ने हमारी सनातन परंपरा को जीवित रखा है। उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा की है।"

बता दें कि यह धमकी पीलीभीत में उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस के साथ मुठभेड़ में खालिस्तानी जिंदाबाद फोर्स के तीन आतंकवादियों के मारे जाने के कुछ दिनों बाद आई है।

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