तमाम प्रयासों के बाद भी दिल्ली का वायु प्रदूषण कम नहीं हो रहा है। रविवार को भी दिल्ली में एक्यूआई (AQI) 355 दर्ज किया, जिसका मतलब है कि हवा बहुत खराब श्रेणी में है।
नई दिल्ली। कंस्ट्रक्शन वर्क पर रोक लगाने, निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करने और स्कूल बंद करने का भी असर राजधानी दिल्ली में (Delhi) में नहीं दिख रहा है। राजधानी की एयर क्वालिटी रविवार को भी बहुत खराब श्रेणी में रही। यह 355 दर्ज की गई। दिल्ली से सटे फरीदाबाद, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है। इन इलाकों में AQI 350 के आसपास बना हुआ है। दिल्ली की आपदा प्रबंधन अथॉरिटी (Delhi Disaster Management Authority ) ने शनिवार को दिल्ली मेट्रो (Delhi metroo) और पब्लिक ट्रांसपोर्ट बसों में यात्रियों को खड़े रहने की अनुमति दी है। उसने लोगों से कम से कम निजी वाहनों (private vehicles) का इस्तेमाल करने की अपील है। ट्रांसपोर्ट मंत्री कैलाश गहलोत ने लोगों से अधिक से अधिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने की अपील की है।
आज से सुधार होने की थी उम्मीद
शनिवार से दिल्ली में तेज हवाएं चल रही थीं। रविवार को भी इनके जारी रहने की उम्मीद थी। इससे मौसम विज्ञानियों ने उम्मीद जताई थी कि रविवार से दिल्ली की एयर क्वालिटी में थोड़ा सुधार हो सकता है। हालांकि, इसमें कोई खास सुधार नहीं दिखा। शनिवार सुबह 9 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 377 था, जो कि शुक्रवार को 370 दर्ज किया गया था। रविवार को इसमें मामूली सुधार हुआ और यह 347 पर रहा।
0 से 50 तक AQI अच्छा
केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक एयर क्वालिटी इंडेक्स 0 से 50 के बीच अच्छा माना जाता है। 51 से 100 के बीच यह संतोषजनक और 101 से 200 के बीच मध्यम माना जाता है। 201 से 300 के बीच की श्रेणी को खराब और 301 से 400 के बीच यह बेहद खराब माना जाता है। 400 के बाद की श्रेणी अति गंभीर मानी जाती है।
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