कुहू दास ने बताया कि वे पैरों को सहारा देने के लिए कैलिपर्स (पैरों को सहारा देने वाली धातु की छड़ी) पहनती हैं तो उनसे कहा गया कि वे अपना पैंट उतार कर दिखाएं। यह सुनकर दास चौंक गईं कि सुरक्षा चैकिंग में उनसे एयरपोर्ट पर कपड़े उतारने को कहा जा रहा है।
कोलकाता. एयरपोर्ट पर बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। रविवार को कोलकाता एयरपोर्ट पर चार दिव्यांग कार्यकर्ताओं को लगभग घंटे भर सुरक्षाकर्मियों और एयरलाइंस स्टाफ ने चेकिंग को लेकर परेशान किया। इतना ही नहीं दिव्यांग महिला से कपड़े उतारने की को भी कहा।
कार्यकर्ता कोलकाता एयरपोर्ट के सुरक्षाकर्मियों के इस असंवेदनशील व्यवहार पर हैरान रह गए। इन चार लोगों में से दो महिलाएं संयुक्त राष्ट्र की विकलांगता पर आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में शामिल होने को जा रही थीं। तभी सुरक्षा चैकिंग के दौरान उनके साथ कुछ ऐसा हुआ कि यह नेशनल खबर बन गई।
चार महिलाएं जा रहीं थी दिल्ली
कार्यकर्ता का नाम जीजा घोष है, इनका फोटो लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान दिव्यांगों को प्रेरणा देने वाले चुनाव आयोग के पोस्टरों में खूब देखा गया था। दूसरी कार्यकर्ता कुहू दास, डिसएबिलिटी एक्टिविस्ट फोरम की सचिव थीं। कॉन्फ्रेंस में रत्नाबली रॉय और संपा दासगुप्ता भी शामिल होने जा रहे थीं। मामला यहा है कि कुहू दास पोलियोग्रस्त हैं इसलिए पैरों पर कैलिपर्स (पैरों को सहारा देने वाली धातु की छड़ी) पहनती हैं। उनके पैर में कैलीपर्स लगा हुआ था जिसके कारण एयर पोर्ट पर सुरक्षा कर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी की। चारों कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी साथ हुए असंवेदनशील व्यवहार का जिक्र किया।
सिक्योरिटी स्टाफ ने कहा पैंट उतारो
सेरिब्रल पाल्सी से जूझ रही जीजा घोष को एयरपोर्ट व्हील चेयर के लिए काफी इंतजार करना पड़ा इसके बाद सीआईएसएफ स्टाफ ने उनसे कहा कि वे अकेले यात्रा नहीं कर सकतीं। फिर मेटल डिटेक्टर जांच के दौरान कुहू दास ने बताया कि वे पैरों को सहारा देने के लिए धातु के कैलिपर्स पहनती हैं तो उनसे कहा गया कि वे अपना पैंट उतार कर दिखाएं। यह सुनकर दास चौंक गईं कि सुरक्षा चैकिंग में उनसे एयरपोर्ट पर कपड़े उतारने को कहा जा रहा है।
उन्होंने समझाया कि वह पैर से विकलांग है और कैलीपर्स पहना हुआ है लेकिन स्टाफ मानने को तैयार नहीं हुआ। दोनों के काफी समझाने पर सिक्युरिटी स्टाफ और गो एयर का स्टाफ नहीं माना तो उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी समस्या लिखी। जिसके बाद मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा गया और बाद में उन्हें उड़ान भरने की इजाजत मिल गई।
कोलकाता एयरलाइंस ने मांगी माफी
इस मामले में एयरलाइंस ने माफी मांगते हुए कहा व्हील चेयर में इसलिए देर हुई क्योंकि पहले से इसके बारे में नहीं बताया गया था। वहीं एयरपोर्ट पर मौजूद सभी व्हील चेयर भरी हुई थीं। हालांकि कपड़े उतारने वाली बात पर अधिकारियों ने कोई पक्ष नहीं रखा।