कर्नाटक: डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी पर सीएम येदियुरप्पा ने क्या कहा?

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक के रामनगर में विरोध प्रदर्शन हुआ। यहां मंगलवार देर रात शिवकुमार के समर्थकों ने बसों को आग लगा दी। इसके अलावा कुछ बसों पर पथराव भी किया गया। कांग्रेस ने भी आज गिरफ्तारी के खिलाफ पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन रखा है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 4, 2019 3:29 AM IST / Updated: Sep 04 2019, 10:02 AM IST

बेंगलुरु. कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक के रामनगर में विरोध प्रदर्शन हुआ। यहां मंगलवार देर रात शिवकुमार के समर्थकों ने बसों को आग लगा दी। इसके अलावा कुछ बसों पर पथराव भी किया गया। कांग्रेस ने भी आज गिरफ्तारी के खिलाफ पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन रखा है। उधर, मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है, यदि डीके शिवकुमार निर्दोष साबित होते हैं, तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे होगी।

पुलिस ने बताया कि रामनगर में 10 बसों पर पथराव किया गया। बसों के शीशे भी टूट गए। एहतिहातन तौर पर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया। इसके अलावा यहां स्कूल कॉलेज सब बंद कर दिए गए हैं। 

ईडी ने मंगलवार को किया गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में मंगलवार को डीके शिवकुमार (57) को गिरफ्तार किया था। ईडी ने इस मामले में शिवकुमार से 4 बार पूछताछ की थी। ईडी का कहना है कि कांग्रेस नेता जांच में सहयोग नहीं दे रहे थे, उन पर मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (एमएलपीए) के तहत कार्रवाई की गई है।

भाजपा को मिशन पूरा होने पर बधाई
डीके शिवकुमार ने ट्वीट किया, ''मैं भाजपा के साथियों को मुझे गिरफ्तार करने के मिशन की सफलता के लिए बधाई देता हूं। मेरे खिलाफ कार्रवाई राजनीति से प्रेरित हैं। मैं भाजपा की बदले की राजनीति का शिकार हूं। मैं अपनी पार्टी, समर्थकों और शुभचिंतकों से अपील करता हूं कि वे निराश न हों। मैंने कुछ गलत नहीं किया है।'' 

शिवकुमार ने कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी
कर्नाटक में मई 2018 में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार नहीं बना पाई थी। कांग्रेस-जेडीएस ने गठबंधन सरकार बनाई थी। सरकार बनाने में डीके शिवकुमार की अहम भूमिका थी। हाल ही में जब कर्नाटक में राजनीतिक संकट हुआ था, उस वक्त भी शिवकुमार संकटमोचक की तरह सरकार बचाने के लिए आगे आए थे। उन्होंने नाराज विधायकों को मनाने की काफी कोशिश की थी। हालांकि, उनकी ये कोशिश कामयाब नहीं हो पाई थी। ईडी ने शिवकुमार के खिलाफ पिछले साल सितंबर में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।

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