DK Shivakumar constitution remark: कर्नाटक डिप्टी सीएम DK Shivakumar के संविधान संशोधन (Constitution Amendment) बयान पर संसद में बवाल। BJP ने कांग्रेस से जवाब मांगा, शिवकुमार ने दी सफाई। जानिए पूरा मामला।
DK Shivakumar constitution remark: लोकसभा चुनाव 2025 में चुनावी मुद्दा बना संविधान एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) के बयान ने राजनीतिक पारा चढ़ा दिया है। डीके शिवकुमार के संविधान संशोधन (Constitution Amendment) को लेकर दिए गए बयान ने सियासी भूचाल ला दिया है। लोकसभा (Lok Sabha) और राज्यसभा (Rajya Sabha) में बीजेपी (BJP) ने जमकर हंगामा किया और कांग्रेस (Congress) से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा। उधर, डीके शिवकुमार ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।
कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) द्वारा अल्पसंख्यकों को सरकारी ठेकों में 4% आरक्षण देने के फैसले के बाद डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का बयान विवादों में आ गया है। उन्होंने कहा: संविधान में बदलाव होगा, कुर्सी बदलती है, फैसले भी बदलेंगे।
कांग्रेस नेता के इस बयान के बाद बीजेपी को कांग्रेस पर हमलावर होने का मौका मिल गया। इसको लेकर बीजेपी (BJP) ने संसद में हंगामा कर दिया। लोकसभा और राज्यसभा में लगातार आरोप-प्रत्यारोप के चलते कार्यवाही बाधित रही।
बीजेपी नेता किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने राज्यसभा में कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि वह मुस्लिम समुदाय (Muslim Reservation) को आरक्षण देने के लिए संविधान बदलना चाहती है या नहीं? बीजेपी नेता सीआर केसवन (CR Kesavan) ने कांग्रेस पर 'संविधान के लिए खतरा' होने का आरोप लगाया।
बवाल बढ़ने के बाद डीके शिवकुमार ने ट्वीट कर कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि हम संविधान में संशोधन करेंगे। बीजेपी झूठा प्रचार कर रही है। शिवकुमार ने आगे कहा: मैं 36 साल से राजनीति में हूं, मुझे अच्छी समझ है। मैं सिर्फ यह कह रहा था कि फैसले कोर्ट के अनुसार बदल सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा: संविधान को कोई बदल नहीं सकता। इसे बचाने के लिए हमने भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) निकाली।
बहरहाल, बीजेपी-कांग्रेस के बीच आरक्षण और संविधान को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है। बीजेपी इस मुद्दे को लेकर आक्रामक है, जबकि कांग्रेस इसे झूठा प्रचार बता रही है। देखना होगा कि यह विवाद आगे क्या रुख लेता है।