दो दिन पहले भी नेपाल में 6.4 तीव्रता के साथ भूकंप आया था। इस जलजला में कम से कम 157 लोगों की जान चली गई थी।
Earthquake in Delhi NCR: 72 घटों के भीतर एक बार फिर धरती डोली है। दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को शाम 4 बजकर 16 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस हुए। राष्ट्रीय राजधानी के अलावा यूपी और उत्तराखंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.6 आंकी गई। दो दिन पहले भी नेपाल में 6.4 तीव्रता के साथ भूकंप आया था। इस जलजला में कम से कम 157 लोगों की जान चली गई थी। 4 नवम्बर को आए भूकंप के झटके पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए थे।
हिमालयन रीजन में काफी तीव्र भूकंप से दहशत
नेपाल में सोमवार को आए भूकंप के दो दिन पहले 4 नवम्बर को बेहद खतरनाक भूकंप आया था। 6.4 तीव्रता के साथ नेपाल में आए भूकंप का कंपन आसपास के देशों में भी महसूस किया गया। उत्तर भारत और चीन के कई क्षेत्रों में यह झटके महसूस किए गए। नेपाल में भूकंप की वजह से 157 लोगों की जान गई। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि इस सप्ताह पहला भूकंप शुक्रवार को 6.4 तीव्रता के साथ आया। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज ने भूकंप की तीव्रता 6.2 से घटाकर 5.7 मापी जबकि यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने इसकी तीव्रता 5.6 आंकी। शुक्रवार को आए इस भूकंप में जनहानि की संख्या में बढ़ोतरी होने की आशंका है। जिले की आबादी 190,000 है और इसके गांव सुदूर पहाड़ियों में फैले हुए हैं। नेपाल पुलिस अधिकारी ने कहा कि भूकंप के कारण हुए भूस्खलन के कारण खोज और बचाव अभियान भी रूका हुआ है। भूकंप के बाद से जाजरकोट और पड़ोसी रुकुम पश्चिम जिले में हजारों इमारतें ढह गईं या उनमें दरारें आ गईं। अधिकतर घर रहने वाले नहीं बचे हैं।
2015 के बाद आया था सबसे घातक भूकंप
4 नवम्बर को आया भूकंप 2015 के बाद से सबसे घातक था। 2015 में आए नेपाल में दो भूकंपों में लगभग 9,000 लोग मारे गए थे। पूरा शहर, सदियों पुराने मंदिर और अन्य ऐतिहासिक स्थल तब मलबे में तब्दील हो गए थे। दस लाख से अधिक घर नष्ट हो गए थे।
यह भी पढ़ें: