
KC Veerendra: कर्नाटक के विधायक के.सी. वीरेंद्र से जुड़े अवैध ऑनलाइन सट्टा रैकेट पर ED ने बड़ी कार्रवाई की है। ED ने विधायक के कुल 55 करोड़ रुपये की संपत्ति को फ्रीज कर दिया है। मंगलवार को बेंगलुरु और चल्लेकेरे में ED ने छापेमारी की थी। इस दौरान अधिकारियों ने 5 लग्जरी कारें भी जब्त कीं, जिनमें वीआईपी नंबर वाली मर्सिडीज-बेंज शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 55 करोड़ रुपये में से 40.69 करोड़ रुपये विधायक के 9 बैंक खातों और एक डिमैट अकाउंट में थे। इसके अलावा 14.46 करोड़ रुपये 262 म्यूल अकाउंट में रखे गए थे, जिनका इस्तेमाल सट्टे के पैसे को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था।
इस कार्रवाई के दौरान मुख्य आरोपी और चित्रदुर्ग जिले से विधायक के.सी. वीरेंद्र ED की हिरासत में थे। 28 अगस्त को ईडी ने आरोपी की हिरासत 7 दिन और बढ़ा दी। एजेंसी के पास ऐसे सबूत हैं जिससे पता चला कि वह अवैध तरीके से पैसे कमाने और धोखाधड़ी से पैसा धोने में शामिल था। यह कार्रवाई अवैध सट्टेबाजी के खिलाफ चल रही बड़ी जांच का हिस्सा है। पहले ईडी ने बेंगलुरु, चल्लेकरे, पणजी, गंगटोक, जोधपुर, हुबली और मुंबई में 31 जगहों पर छापेमारी की थी। इन छापेमारियों में कुल ₹12 करोड़ नकद, ₹6 करोड़ के सोने, 10 किलो चांदी और 4 गाड़ियां मिली थी।
यह भी पढ़ें: कर्नाटक: 6 करोड़ की संपत्ति के लिए बेटे ने पिता को किया ब्लैकमेल, रचा ये खौफनाक षडयंत्र
जांच में सामने आया है कि वीरेंद्र कई सट्टेबाजी वेबसाइट चला रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिर्फ एक पेमेंट गेटवे से ही 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेन-देन हुआ था। ईडी को ये भी सबूत मिले हैं कि वीरेंद्र का भाई के.सी. थिप्पेस्वामी दुबई में कुछ कंपनियां चला रहा है, जिनका इस मामले से कनेक्शन है। जांच में कई अन्य विदेशी कंपनियों के भी इस नेटवर्क से जुड़े होने का शक है