Monsoon Alert: देश के अधिकांश हिस्सों में फैला मानसून, कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, पढ़ें पूरी डिटेल्स

दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) देश के ज्यादातर राज्यों में फैल चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, गोवा, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जानिए उन राज्यों के बारे में जहां हो सकती है भारी बारिश...
 

Amitabh Budholiya | Published : Jul 5, 2022 12:55 AM IST / Updated: Jul 05 2022, 06:26 AM IST

मौसम डेस्क. दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) देश के ज्यादातर राज्यों में फैल चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, गोवा, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम की चेतावनी के लिए IMD चार रंग कोड का उपयोग करता है- ग्रीन (एक्शन की जरूरत नहीं यानी सामान्य बारिश), येलो (देखें और अपडेट रहें यानी मध्यम दर्जे की बारिश),ऑरेंज (अलर्ट रहें यानी भारी बारिश) और रेड (एक्शन लें यानी भारी से भारी बारिश)।

इन राज्यों में बारिश या भारी बारिश का अलर्ट
आजकल में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण-पूर्व राजस्थान, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप और गुजरात के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। कोकण और गोवा में बारिश की एक्टिविटीज हैं। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर तेज बारिश का पूर्वानुमान है। तेलंगाना, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। जबकि उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली और एनसीआर,पंजाब, हरियाणा, पश्चिम राजस्थान, आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के आसार हैं।

कोंकण में अगले 4-5 दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट 
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) ने अगले 4-5 दिनों के लिए आईएमडी द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट और पिछले साल दो जिलों में आई भीषण बाढ़ को देखते हुए महाराष्ट्र के तटीय कोंकण में दो टीमों को तैनात किया है। एनडीआरएफ की एक टीम रत्नागिरी जिले के चिपलून में और दूसरी टीम रायगढ़ जिले के महाड में तैनात है। यहां 8 जून तक अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मुंबई और ठाणे जिलों के लिए अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए एक यलो अलर्ट जारी किया गया है।  अगले दो दिनों के लिए पालघर जिले के लिए येलो अलर्ट और उसके बाद तीन दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की आठ टीमों में से एक-एक नागपुर, चिपलून और मलाड में तैनात है, जबकि बाकी पांच टीमें मुंबई में हैं।

दिल्ली में गर्म और उमस भरे दिन
दिल्ली में सोमवार को उमस भरा मौसम रहा और अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो साल के इस समय के लिए सामान्य है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार के लिए येलो अलर्ट और बुधवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहने या हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 36 डिग्री सेल्सियस और 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

मध्य प्रदेश में बारिश: आईएमडी ने जारी किया 15 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
आईएमडी ने मध्य प्रदेश के 15 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए प्रशासन को तैयार रहने को कहा गया है। आईएमडी ने खंडवा जिले और भोपाल और नर्मदापुरम डिवीजनों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। 10 डिवीजनों के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली के साथ संभावित गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी है। इनमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर शामिल हैं। IMD का ऑरेंज अलर्ट जबलपुर, बालाघाट, मंडला, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, सागर, दमोह और छतरपुर में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी देता है। आईएमडी के भोपाल केंद्र के वैज्ञानिक सहायक शक्ति सिंह के मुताबिक, राज्य के बड़े हिस्से में बारिश हो रही है। मानसून ने 1 जुलाई को पूरे एमपी को कवर किया। राज्य में अब तक सामान्य औसत से 11 प्रतिशत कम बारिश हुई है। उत्तर ओडिशा पर कम दबाव का क्षेत्र और कुछ अन्य कारणों से मध्य प्रदेश में नमी आ रही है, जिसके कारण बारिश हो रही है।

इन राज्यों में बीते दिन हुई बारिश
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, पूर्वी और दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण कोंकण और गोवा तथा तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई और छत्तीसगढ़, आंतरिक ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, सौराष्ट्र और कच्छ, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम राजस्थान, पंजाब, शेष उत्तर भारत, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई। जबकि केरल, उत्तरी कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई।

मौसम में बदलाव की ये हैं वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, उत्तरी ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ के आसपास के हिस्सों और गंगीय पश्चिम बंगाल पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। दक्षिण पश्चिम राजस्थान से सटे इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से पश्चिम मध्य अरब सागर तक फैली हुई है।

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