सार
देश के अधिकांश राज्यों में दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) फैल चुका है। लिहाजा, कई जगहों पर जबर्दस्त बारिश होने लगी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुजरात, उड़ीसा, झारखंड आदि राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आइए जानते हैं मौसम विभाग ने किन राज्यों के लिए बारिश को लेकर क्या पूर्वानुमान जताया है...
मौसम डेस्क. देश के अधिकांश राज्यों में दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) फैल चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आजकल में गुजरात, उड़ीसा और झारखंड के कुछ हिस्सों, सिक्किम और गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, लक्षद्वीप और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। जबकि उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा दिल्ली और जम्मू कश्मीर में छिटपुट बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। ( तस्वीर दिल्ली में बारिश की)
यूपी में बिजली गिरने से 3 की मौत, 7 घायल
रविवार को बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। सेमरा नगरौली गांव के एक खेत में धान बोते समय बिजली गिरने से संपत (32) और उसकी पत्नी भूला देवी (30) की मौत हो गई। घटना में तीन अन्य कर्मचारी घायल हो गए।
सब डिविजल मजिस्ट्रेट पीएल मौर्य ने बताया कि केवलपुरवा गांव में एक अन्य घटना में संजय (35) और उनकी बेटी शालिनी ने एक पेड़ के नीचे बारिश से आश्रय लिया और बिजली की चपेट में आ गए। उन्होंने बताया कि संजय की मौत हो गई, जबकि शालिनी घायल हो गई। एसडीएम ने बताया कि सीपतपुर गांव में बिजली गिरने से 12 साल के बच्चे समेत तीन लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन मृतकों के परिजनों को आपदा राहत कोष से चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों की मौत पर दुख जताया है।
दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना
दिल्ली के कुछ हिस्सों में रविवार को हल्की बारिश हुई और शहर का अधिकतम तापमान औसत से एक डिग्री कम 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से दो डिग्री कम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि सोमवार को दिल्ली में हल्की बारिश और गरज के साथ आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।
राजस्थान में हल्की बारिश की संभावना
राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में पिछले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि छिटपुट इलाकों में बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार शाम 5.30 बजे तक चित्तौड़गढ़ में 44 मिमी, भीलवाड़ा में 31 मिमी, बीकानेर में 14.8 मिमी, चुरू में 11.8 मिमी, जयपुर और सीकर में 9-9 मिमी, अजमेर में 7 मिमी और बारां में 5 मिमी बारिश दर्ज की गई। विभाग ने कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।
गुजरात: कुछ इलाकों में भारी बारिश, NDRF ने संभाला मोर्चा
दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिससे प्रभावित इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इस कारण सूरत, बनासकांठा और राजकोट जिलों में नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) की पांच टीमों को तैनात किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले पांच दिनों में गुजरात के कुछ अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत बारिश की भविष्यवाणी की है।
इन राज्यों में हुई बारिश
मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, पूर्वी असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। बिहार, उत्तर प्रदेश, आंतरिक ओडिशा, आंतरिक कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा और जम्मू कश्मीर में छिटपुट हल्की बारिश होती रही। मध्य प्रदेश, गुजरात में कुछ स्थानों के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई। गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा और केरल में भी हल्की बारिश हुई। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, विदर्भ, दक्षिणपूर्व राजस्थान, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
मौसम में बदलाव की ये हैं वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे क्षेत्र पर एक्टिव है। मानसून की अक्षीय रेखा अनूपगढ़, नारनौल, ग्वालियर, सिद्धि, डाल्टनगंज, बांकुड़ा, दीघा और फिर पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी की ओर पूर्व की ओर जा रही है। समुद्र तल पर अपतटीय ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात से महाराष्ट्र तट तक फैली है।
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