Good News: अभी नहीं होगा मानसून रिटर्न, यूपी-बिहार के सूखे इलाकों में हो सकती है जबर्दस्त बारिश

उत्तर प्रदेश और बिहार के सूखे इलाकों में मानसूनी की सक्रियता बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के बनने के संकेत दिए हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्दी वापसी के पिछले सप्ताह के पूर्वानुमान को खारिज कर दिया गया है।

मौसम डेस्क. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आजकल में असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार की तलहटी, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक के कुछ हिस्सों, केरल के आंतरिक तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। कोंकण और गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इस बीच मौसम विभाग ने अपने पहले के पूर्वानुमान को खारिज करते हुए कहा कि सितंबर में भी अच्छी बारिश होगी।(यह तस्वीर अहमदाबाद की है)

इन राज्यों में होगी हल्की या मध्यम बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, शेष पूर्वोत्तर भारत, बिहार के शेष हिस्सों, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तरी पंजाब, ओडिशा, तेलंगाना और गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है।

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सितंबर में अधिक बारिश हो सकती है
उत्तर प्रदेश और बिहार के सूखे इलाकों में मानसूनी की सक्रियता बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) के बनने के संकेत दिए हैं। गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्दी वापसी के पिछले सप्ताह के पूर्वानुमान को खारिज कर दिया गया है। यानी सितंबर में भी अच्छी बारिश होगी।

महापात्र ने कहा कि भले ही हमें दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्द वापसी की उम्मीद थी, लेकिन पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती परिसंचरण 7 सितंबर के आसपास मॉनसून ट्रफ को दक्षिण की ओर ट्रांसफर कर देगा। इससे मध्य और उत्तर प्रायद्वीपीय भारत में बारिश की गतिविधि बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल, मानसून की जल्दी वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। बता दें कि 25 अगस्त को मौसम कार्यालय ने 17 सितंबर की सामान्य तारीख के मुकाबले दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्द वापसी की भविष्यवाणी की थी। 

कई राज्यों में बारिश की कमी
भारत में इस मानसून में छह प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मणिपुर, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के बड़े हिस्सों में कम बारिश हुई है, जिससे इस खरीफ सीजन में चावल की फसल प्रभावित हुई है। महापात्र ने कहा कि सितंबर की बारिश में अपेक्षित उछाल पश्चिमी और दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तर-उत्तर-पश्चिम बिहार के कुछ हिस्सों में कम बारिश की भरपाई करने में मदद कर सकता है। महापात्र ने कहा कि पूरे देश में वर्षा का औसत सामान्य से अधिक रहने की संभावना है, जो सितंबर महीने के लिए 167.9 मिमी की लंबी अवधि के औसत का लगभग 109 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों और पूर्व और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है, जबकि भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

महाराष्ट्र के नाशिक में भारी बारिश का कहर
रुक-रुक हो रही भारी बारिश ने उत्तर महाराष्ट्र में नाशिक शहर और जिले के अन्य हिस्सों को बुरी तरह प्रभावित किया है। बुधवार की आधी रात के आसपास बारिश शुरू हुई और गुरुवार सुबह तक जारी रही। अधिकारियों ने कहा कि बारिश के कारण जिले के बांध अपनीक्षमता का 97 प्रतिशत (कुल भंडारण 63,672 MCFT) तक भर गए हैं। जिले में सात बड़े और 17 मध्यम बांध हैं।

दिल्ली में बारिश का हाल
दिल्ली में गुरुवार गर्म रहा। अधिकतम तापमान 37.1 डिग्री सेल्सियस (औसत से तीन पायदान ऊपर) रहा, वो भी तब, जब मौसम कार्यालय ने अगले दो दिनों के लिए आसमान पर बादल छाए रहने की भविष्यवाणी की थी। भारत के मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि  शुक्रवार और शनिवार को बादल छाए रहेंगे। शुक्रवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 38 और 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। दिल्ली में अगस्त में सिर्फ 41.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कम से कम 14 वर्षों में सबसे कम है। 

उप-हिमालयी बंगाल में भारी बारिश, अचानक बाढ़ की चेतावनी
मौसम विभाग ने उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में रविवार तक बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है। यहां एक सक्रिय मानसून ट्रफ है। मौसम विभाग ने भूस्खलन और अचानक बाढ़ की चेतावनी भी दी है। विभाग ने कहा कि दार्जिलिंग, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने यह भी कहा कि मॉनसून ट्रफ के कारण जलपाईगुड़ी और कलिम्पोंग जिलों में एक या दो स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इसने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों में निचले इलाकों में अचानक बाढ़ की आशंका है।

बीते दिन इन राज्यों में हुई मध्यम या भारी बारिश
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, बीते दिन असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार की तलहटी, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक के कुछ हिस्सों, केरल के आंतरिक तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। कोंकण और गोवा, दक्षिण गुजरात और मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी भारी हुई। शेष पूर्वोत्तर भारत, बिहार के शेष हिस्सों, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई। जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी पंजाब और गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई।

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