उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना नेता अनिल देसाई ने कहा कि पार्टी चुनाव आयोग द्वारा मांगे गए समस्त दस्तावेजों को समय से उपलब्ध कराएगी। शिवसेना का चुनाव चिन्ह उनके पास ही रहेगा। उद्धव ठाकरे ही शिवसेना के असली नेता हैं।
Shinde Vs Thackeray: शिवसेना (Shiv Sena) के दोनों धड़ों के पार्टी सिंबल पर दावे को लेकर चुनाव आयोग अब आरपार का फैसला देने के मूड में दिख रहा है। उद्धव ठाकरे के प्रतिद्वंद्वी एकनाथ शिंदे गुट के सिंबल पर दावे के बाद चुनाव आयोग ने ठाकरे गुट से शनिवार तक जवाब दाखिल करने को कहा है। दरअसल, राज्य में विधानसभा उप चुनाव होना है और पार्टी के 'धनुष और तीर' चुनाव चिह्न पर शिंदे गुट ने दावा किया है। ऐसे में आयोग ने जल्द से जल्द निर्णय लेने के लिए दूसरे पक्ष से जवाब मांगा है।
शिंदे ने अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के लिए मांगा चुनाव चिन्ह
चुनाव आयोग से शिवसेना के शिंदे गुट ने चुनाव चिन्ह 'धनुष और तीर' की मांग की है। शिंदे गुट ने खुद को असली शिवसेना होने का दावा किया है। शिंदे गुट का कहना है कि राज्य के अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव होना है। ऐसे में उसे चुनाव चिन्ह आवंटित किया जाए ताकि वह अपना प्रत्याशी उतार सकें। इस दावे के बाद चुनाव आयोग ने ठाकरे को लिखे एक पत्र में आवश्यक दस्तावेजों के साथ आठ अक्टूबर को दोपहर दो बजे तक टिप्पणी देने का निर्देश दिया है। आयोग ने कहा कि यदि कोई जवाब नहीं मिलता है तो आयोग अपने पास उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के अनुसार कार्रवाई करने को बाध्य होगा।
4 अक्टूबर को एकनाथ शिंदे गुट ने किया था दावा
चुनाव आयोग के पत्र के अनुसार शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट ने 4 अक्टूबर को आयोग में प्रार्थना पत्र देकर चुनाव चिन्ह तीर-धनुष पर अपना दावा किया था। शिंदे गुट के अनुसार वह असली शिवसेना है। इस गुट ने बताया कि विधानसभा व लोकसभा में सदस्यों का बहुमत उनके पास है। इसलिए उनको शिवसेना के रूप में मान्यता देने के साथ तीर-धनुष चुनाव चिन्ह का आवंटन होना चाहिए।
समय से देंगे जवाब
उधर, उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना नेता अनिल देसाई ने कहा कि पार्टी चुनाव आयोग द्वारा मांगे गए समस्त दस्तावेजों को समय से उपलब्ध कराएगी। शिवसेना का चुनाव चिन्ह उनके पास ही रहेगा। उद्धव ठाकरे ही शिवसेना के असली नेता हैं।
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