जम्मू-कश्मीर में Encounter: हमने खोया अपना बहादुर जवान, सेना ने 3 आतंकियों को मार गिराया

Jammu and Kashmir में 24 घंटे में 2 अलग-अलग Encounter में 3 आतंकवादी मार गिराए गए। हालांकि इसमें हमने अपना एक जवान भी खो दिया।

Asianet News Hindi | Published : Aug 20, 2021 3:25 AM IST / Updated: Aug 20 2021, 10:42 AM IST

श्रीनगर, जम्मू कश्मीर. यहां पिछले 24 घंटे में 2 अलग-अलग एनकाउंटर में 3 आतंकवादी मार गिराए गए। पुलवामा जिले (Pulwama) के अवंतीपोरा के पंपोर इलाके में शुक्रवार तड़के सुरक्षाबलों की आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में 2 आतंकवादी मारे गए। वहीं, राजौरी जिले (Rajouri)  में गुरुवार को हुए Encounter में  एक सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी का मार गिराया। हालांकि इसमें हमने अपना एक जवान खो दिया। शहीद हुए जवान का नाम रामसिंह हैं। वे राष्ट्रीय रायफल्स रेजीमेंट में सूबेदार थे। शहीद मूलरूप से उत्तराखंड का निवासी था। वे पिछले 7 सालों से मेरठ में रह रहे थे। यह एनकाउंटर राजौरी जिले के कयोंट गांव के जंगलों में हुआ था। शहीद ने घायल होने के बावजूद आतंकवादी को मार गिराया था।

सर्चिंग लगातार जारी
 सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि जंगलों में 3-4 आतंकवादी छुपे हुए हैं। इसके बाद सेना (Indian Army), सीआरपीएफ (CRPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया। सर्चिंग के दौरान आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। बता दें इसी इलाके में थन्ना मंडी में 6 अगस्त को लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गए थे। इस इलाके में सुरक्षाबल लगातार सर्चिंग कर रहे हैं।

एनकाउंटर में दो जवान घायल हुए थे
इस एनकाउंटर में 46 वर्षीय रामसिंह के अलावा एक अन्य जवान भी घायल हुआ था7 दोनों को तत्काल सेना के हेल्थ सब सेंटर ले जाया गया। लेकिन रामसिंह को नहीं बचाया जा सका। घायल जवान को उधमपुर स्थित कमांड अस्पताल शिफ्ट किया गया है। सैन्य प्रवक्ता कर्नल देवेंद्र सिंह ने बताया कि रामसिंह ने घायल होने के बावजूद एक आतंकवादी को मार गिराया।

अगले साल रिटायर होने वाले थे
पौड़ी में SDM सदर एसएस राणा ने बताया कि राम सिंह भंडारी फरवरी 2022 में रिटायर होने वाले थे। शहीद के पिता का नाम दीवान सिंह बिष्ट हैं। मां सुलोचना देवी का तीन साल पहले निधन हो गया था। राम सिंह अपने परिवार में पत्नी अनीता के अलावा 4 बेटियां व एक बेटा छोड़ गए हैं। 2 बेटियों की शादी हो चुकी हैं। राम सिंह के शहीद होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक व्यक्त किया। 

जम्मू कश्मीर में बढ़ाई जा रही सिक्योरिटी
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान बेस्ड लश्कर-ए-तैयबा और लश्कर-ए-झांगवी जैसे समूहों की उपस्थिति अफगानिस्तान में है। उन्होंने तालिबान के साथ काबुल के कुछ गांवों और कुछ हिस्सों में चेक पोस्ट बनाए हैं। हालांकि सूत्रों ने कहा कि तालिबान ने कश्मीर पर अपना रुख स्पष्ट किया है। यह इसे एक द्विपक्षीय, आंतरिक मुद्दा मानता है। उसका ध्यान कश्मीर पर नहीं है। सूत्रों ने बताया कि कश्मीर में सुरक्षा चौकसी बढ़ाई जाएगी।

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