लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण की वोटिंग के पहले पूर्व पीएम डॉ.मनमोहन सिंह की पंजाब से इमोशनल अपील

Published : May 30, 2024, 03:39 PM ISTUpdated : May 30, 2024, 04:08 PM IST
Dr Manmohan Singh

सार

डॉ.मनमोहन सिंह ने कहा कि हमारे लोकतंत्र और संविधान को निरंकुश शासन द्वारा बार-बार हमलों से सुरक्षित रखने के लिए यह अंतिम अवसर है। 

Lok Sabha election 2024 7th Phase voting: लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण की वोटिंग 1 जून को होगी। अंतिम चरण की वोटिंग के 48 घंटे पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने पंजाब के वोटर्स से भावनात्मक अपील की है। डॉ.मनमोहन सिंह ने कहा कि हमारे लोकतंत्र और संविधान को निरंकुश शासन द्वारा बार-बार हमलों से सुरक्षित रखने के लिए यह अंतिम अवसर है।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पंजाब के वोटर्स को लेटर लिखा है। तीन पेज के लेटर में डॉ.मनमोहन सिंह ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव के दौरान हेट स्पीच का सबसे घिनौना तरीका अपनाया है। उन्होंने कहा कि इतिहास में आजतक किसी भी प्रधानमंत्री ने समाज के एक खास वर्ग या विपक्ष को निशाना बनाने के लिए ऐसे घिनौने और असंसदीय शब्द नहीं बोले हैं। नरेंद्र मोदी पद की गरिमा और गंभीरता को कम करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।

एक समुदाय को दूसरे से अलग करने का कॉपीराइट बीजेपी के पास

91 वर्षीय डॉ.सिह ने कहा कि पिछले दस सालों से बीजेपी सरकार ने पंजाब, पंजाबियों और पंजाबियत को बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। पीएम मोदी ने मुझे कुछ बयानों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। मैंने अपने जीवन में कभी भी एक समुदाय को दूसरे से अलग नहीं किया। यह करने का कॉपीराइट सिर्फ बीजेपी के पास है।

पंजाब के वोटर्स से कांग्रेस को वोट की अपील

डॉ.मनमोहन सिंह ने कहा कि पंजाब के वोटर्स से वह विकास केलिए वोट करने की अपील करते हैं। केवल कांग्रेस ही पंजाब का प्रगतिशील भविष्य सुनिश्चित कर सकती है, जहां लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र को निरंकुश सरकार से बचाने के लिए हमारे पास यह आखिरी मौका है जिसे आप वोट की ताकत से बचा सकते हैं।

डॉ.मनमोहन सिंह ने मोदी की आर्थिक नीतियों की आलोचना की

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने मोदी की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि नोटबंदी, दोषपूर्ण जीएसटी और कोविड महामारी के दौरान दर्दनाक कुप्रबंधन की वजह से दयनीय स्थितियां पैदा हुई। भाजपा सरकार के तहत औसत जीडीपी वृद्धि छह प्रतिशत से कम हो गई है जबकि कांग्रेस-यूपीए कार्यकाल के दौरान यह लगभग आठ प्रतिशत थी। अभूतपूर्व बेरोजगारी और बेलगाम मुद्रास्फीति ने असमानता को बहुत बढ़ा दिया है। बेरोजगारी और महंगाई अब 100 साल के उच्चतम स्तर पर है।

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने लेटर में लिखा कि विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार यूपीए सरकार के तहत जीडीपी वृद्धि 2010 में 8.5 प्रतिशत के उच्च स्तर को छू गई थी।

पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने लेटर का समापन कवि अल्लामा इकबाल के शेर से की है। उन्होंने लिखा: फिर उठी आखिर सदा तौहीद की पंजाब से, मर्द-ए-कामिल ने जगाया हिंद को फिर ख्वाब से।

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