बुचा नरसंहार पर लोकसभा में बोले डॉ. एस जयशंकर-मासूमों की जान लेकर समाधान नहीं निकाला जा सकता है

Published : Apr 06, 2022, 02:48 PM ISTUpdated : Apr 06, 2022, 02:51 PM IST
बुचा नरसंहार पर लोकसभा में बोले डॉ. एस जयशंकर-मासूमों की जान लेकर समाधान नहीं निकाला जा सकता है

सार

यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहरी शहर बुचा( Bucha) में हुए नरसंहार(Bucha Massacre) का मामला दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया है। 'बुचा नरसंहार' पर भारत ने भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में इसकी निंदा कर चुका है। अब लोकसभा में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर(Dr. S Jaishankar) ने इस पर बयान दिया है। 

वर्ल्ड न्यूज. यूक्रेन के बुचा शहर में आम नागरिकों की हत्या को लेकर दुनियाभर में निंदा हो रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहरी शहर बुचा( Bucha) में हुए इस नरसंहार(Bucha Massacre) को लेकर भारत पहले ही निंदा कर चुका है। अब लोकसभा में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (Dr. S Jaishankar) ने इस पर बयान दिया है। बता दें कि पिछले हफ्ते रूसी सेना के यह क्षेत्र छोड़ने से पहले आरोप लगे हैं कि यहां नरसंहार किया गया।  भारत इससे पहले 'बुचा नरसंहार' की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में निंदा कर चुका है। 

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मासूमों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं
लोकसभा में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा-हम संघर्ष(रूस-यूक्रेन विवाद) के खिलाफ हैं। हमारा मानना ​​है कि खून बहाकर और मासूमों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है। संवाद और कूटनीति किसी भी विवाद का सही समाधान है।

दरअसल, कई सांसदों ने बूचा नरसंहार का मामला उठाया था। इस पर विदेश मंत्री ने कहा-हम रिपोर्टों से बहुत व्यथित हैं। हम वहां हुई हत्याओं की कड़ी निंदा करते हैं। यह एक अत्यंत गंभीर मामला है, हम स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन करते हैं।

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यूनाइटेड नेशन से नाराज हुआ यूक्रेन
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की(Volodymyr Zelenskyy) ने संयुक्त राष्ट्र(UN) पर निष्क्रियता बरतने का आरोप मढ़ा है। वहीं, यूक्रेन की मानवाधिकार लोकपाल ने कहा कि बुचा शहर के एक चर्च द्वारा सामूहिक कब्र में 150 से 300 शव रखे जा सकते हैं। यूक्रेन के शहरों से मानवीय गलियारों के जरिए कल कुल 3,846 लोगों को निकाला गया। बता दें कि 6 अप्रैल को इस युद्ध को 42 दिन हो गए हैं। 

यह भी जानें
इधर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने कहा-देश में तेल की बढ़ी कीमतों की वजह भाजपा और केंद्र सरकार नहीं है। तेल की कीमतें 51% अमेरिका में बढ़ी। 52% कनाडा तो 52% यूके में बढ़ा है। भारत में केवल 5% ही बढ़ा है। इसका कारण कोविड और रूस-यूक्रेन युद्ध है। इस लड़ाई से तेल की कीमतें बढ़ रही हैं।

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