
Diwali Season: दिवाली पर्व मनाने के लिए घर से बाहर काम कर रहे लोग अपने परिवार के पास लौटते हैं। इसके चलते ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाती है। विमान के टिकट की कीमत कई गुना बढ़ जाती है। भारत के विमानन नियामक DGCA (Directorate General of Civil Aviation) ने दिवाली से पहले किराए में भारी वृद्धि रोकने के लिए पहल की है।
DGCA ने घरेलू एयरलाइनों को उड़ान क्षमता बढ़ाने और यात्रियों की बढ़ती मांग के बीच टिकट की उचित कीमत बनाए रखने का निर्देश दिया है। डीजीसीए ने कहा कि उसने "एयरलाइंस के साथ इस मुद्दे को सक्रिय रूप से उठाया है ताकि यह तय किया जा सके कि त्योहारों के दौरान यात्रियों पर टिकट की बढ़ी हुई कीमतों का बोझ न पड़े।"
DGCA की सलाह पर प्रमुख विमानन कंपनियों ने अक्टूबर और नवंबर में सैकड़ों अतिरिक्त उड़ानें शुरू करने की घोषणा की है। इंडिगो के पास भारत के घरेलू बाजार का 64.2% शेयर है। उसने कहा है कि वह 42 क्षेत्रों में लगभग 730 अतिरिक्त फ्लाइट ऑपरेट करेगी। एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस मिलकर 20 मार्गों पर लगभग 486 उड़ानें शुरू करेंगी। स्पाइसजेट 38 क्षेत्रों में 546 अतिरिक्त सेवाएं शुरू करेगी।
DGCA के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक "त्योहारी सीजन के दौरान यात्रियों के हितों की रक्षा के लिए एयरलाइन किराए और उड़ान क्षमता पर कड़ी निगरानी रखेगा।" बता दें कि हाल के वर्षों में दिवाली, क्रिसमस और गर्मी की छुट्टियों जैसे व्यस्त समय में किराए में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। इसके चलते डीजीसीए ने निगरानी बढ़ाई है। अधिकारियों ने कहा कि भारत की ओपन स्काई नीति के तहत एयरलाइंस अपनी कीमतें तय करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन अगर किराए में बहुत अधिक वृद्धि होती है तो सरकार के पास हस्तक्षेप करने का अधिकार है।
यह भी पढ़ें- पटना दिल्ली फ्लाइट में को-पायलट मिले राजीव प्रताप रूडी, शिवराज सिंह ने कहीं दिल जीतने वाली ये बातें
DGCA के आंकड़ों के अनुसार, घरेलू विमानन कंपनियों ने जनवरी से अगस्त 2025 के बीच 1,107.26 लाख यात्रियों को ढोया। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4.99 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
यह भी पढ़ें- दिवाली-छठ पर घर जाना मुश्किल, यूपी, बिहार और बंगाल के लिए ट्रेनों में सीटें फुल, वेटिंग टिकट भी नहीं