13 फरवरी को दिल्ली में किसानों के विरोध प्रदर्शन से पहले सीमाओं को सील किया गया है। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए सड़क पर कंक्रीट ब्लॉक, कील और कंटीले तार लगाए गए हैं।
नई दिल्ली। 13 फरवरी को किसानों द्वारा राजधानी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया जाना है। इसके लिए 'दिल्ली चलो' का नारा दिया गया है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने 12 मार्च तक राजधानी में बड़ी संख्या में लोगों के जुटने पर रोक लगा दी है। किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए सीमाओं को सील कर दिया गया है। सीमाएं किले में बदल गईं हैं। सड़क पर कंक्रीट ब्लॉक और कील लगाए गए हैं।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने आदेश जारी कर राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर के प्रवेश को रोक दिया है। उन्होंने रैली करने पर भी रोक लगाई है। दिल्ली में हथियार लेकर चलने, ज्वलनशील पदार्थ, ईंट, पत्थर, पेट्रोल कैन्स और सोडा बोतल जमा करने पर रोक लगा दी गई है। लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी बैन लगाया गया है।
सीमा पर लगाए गए कंटीले तार
किसान फसलों की MSP की गारंटी के लिए कानून और अपनी अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने दावा किया कि देशभर से 200 से अधिक किसान संगठन 'दिल्ली चलो' मार्च में हिस्सा लेंगे।
सीमा पर हजारों पुलिस कर्मी तैनात
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च को देखते हुए दिल्ली और हरियाणा के अधिकारियों ने सीमा पर किले जैसी सुरक्षा कर दी है। गाड़ियों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए कंक्रीट ब्लॉक, कील और कंटीले तार लगाए गए हैं। हजारों पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। सिंघू बॉर्डर पर वाणिज्यिक वाहनों के लिए सोमवार और मंगलवार को सभी प्रकार के वाहनों के लिए यातायात प्रतिबंध/डायवर्जन लगाया गया है।
हरियाणा सरकार ने धारा 144 लगाया है। पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाया गया है। अधिकारियों ने 13 फरवरी को किसानों के प्रस्तावित दिल्ली मार्च को विफल करने के लिए अंबाला, जींद और फतेहाबाद जिलों में कई स्थानों पर पंजाब के साथ राज्य की सीमा को कंक्रीट ब्लॉकों, सड़क कील अवरोधकों और कंटीले तारों से सील कर दिया है। अंबाला पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि अंबाला के सेक्टर 10 में राजीव गांधी खेल स्टेडियम को अस्थायी हिरासत केंद्र घोषित किया गया है।