1 फरवरी को संसद तक मार्च करेंगे किसान, गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली को लेकर शाह के घर हाईलेवल मीटिंग

किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के लिए करीब 40 एम्बुलेंस को रूट पर तैनात किया जाएगा। एक अन्य किसान नेता ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए लगभग 3,000 वॉलिंटियर्स को तैनात किया गया है कि परेड शांतिपूर्ण रहे और कोई अप्रिय घटना न हो। वॉलिंटियर्स को पहचान पत्र दिए गए हैं। 

नई दिल्ली. कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों को 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली की अनुमति मिल गई है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि रैली दिल्ली के तीन सीमा बिंदुओं, सिंघु, टिकरी और गाजीपुर से की जाएगी। रैली के दौरान पर्याप्त सुरक्षा प्रदान दी जाएगी। ट्रैक्टर परेड में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश के सैकड़ों किसान पहुंचेंगे। इसके अलावा किसान बजट के दिन यानी 1 फरवरी को संसद तक मार्च करेंगे। उधर, गृह मंत्री अमित शाह ने गणतंत्र दिवस पर होने वाली रैली को लेकर हाईलेवल मीटिंग बुलाई है। 

दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने बताया कि किसान नेताओं से बातचीत के बाद ट्रैक्टर रैली के 3 रूट्स पर सहमति बनी है। हमने रूट्स का दौरा भी किया। कुछ देश विरोधी तत्व गड़बड़ी फैला सकते हैं, इसे लेकर हम सतर्क हैं।

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250 किमी. लंबी होगी रैली
250 किलोमीटर लंबी होगी ट्रैक्टर रैली अधिकारियों के अनुसार, गाजीपुर सीमा पर रैली लगभग 50 किलोमीटर लंबी, सिंघू सीमा पर 100 किलोमीटर लंबी और टिकरी सीमा पर 125 किलोमीटर लंबी होगी। कुल मिलाकर, ट्रैक्टर रैली 250 किलोमीटर लंबी होगी। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक का कहना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों के अलावा, भारत भर के किसान भी अपने-अपने जिलों में रैली करेंगे। उन्होंने कहा, ढाई लाख ट्रैक्टर दिल्ली में आ रहे हैं। उन्होंने कहा, 7 जनवरी को केवल 60 हजार ट्रैक्टरों ने पूर्वाभ्यास रैली में भाग लिया था, जबकि देश में लगभग 40 लाख पंजीकृत ट्रैक्टर हैं। इसलिए इस रैली में किसान सरकार को अपनी ताकत दिखाएंगे। 

स्पीड 10 किमी/घंटा होगी
बीकेयू के प्रमुख राकेश टिकैत ने कहा, गाजीपुर में ट्रैक्टर रैली अक्षरधाम मंदिर तक जाएगी और वापस लौट जाएगी। गति सीमा 10 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है। कोई भी बाहरी व्यक्ति परेड में भाग नहीं लेगा। केवल पंजीकृत ट्रैक्टरों को ही अनुमति दी जाएगी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के लिए करीब 40 एम्बुलेंस को रूट पर तैनात किया जाएगा। एक अन्य किसान नेता ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए लगभग 3,000 वॉलिंटियर्स को तैनात किया गया है कि परेड शांतिपूर्ण रहे और कोई अप्रिय घटना न हो। वॉलिंटियर्स को पहचान पत्र दिए गए हैं। 

पूर्व सैनिकों की टीम तैनात 
विरोध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों की एक टीम भी सुरक्षा स्थिति पर नजर रखेगी। जरूरत पड़ने पर ट्रैक्टरों की मरम्मत के लिए मैकेनिकों की एक टीम भी बनाई गई है। 

सुबह 11 बजे से शुरू होगी रैली
किसानों के प्रवक्ता जितेंद्र सिंह जीतू ने कहा, रैली सुबह 11 बजे 'अरदास' (प्रार्थना) के बाद शुरू होगी। 

संयुक्त किसान मोर्चा का ट्रैक्टर रैली के नियम
1- परेड में ट्रॉलियों को अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल ट्रैक्टर और अन्य वाहनों को ही अनुमति दी जाएगी। 
2- अपने साथ 24 घंटे का राशन - पानी लेकर आना है। ठंड से सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था होनी चाहिए। ट्रैफिक जाम में फंसने पर इसकी जरूरत पड़ सकती है।
3- संयुक्ता किसान मोर्चा ने अपील की कि हर ट्रैक्टर या गाड़ी को किसान संगठनों के झंडे के साथ ही राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाए। 
4- किसी भी राजनीतिक दल का कोई झंडा नहीं होगा। 
5- किसी भी हथियार को अपने साथ न रखें। किसी उत्तेजक या नकारात्मक बैनर का इस्तेमाल न करें। 
6- यदि परेड में शामिल होना चाहते हैं तो 8448385556 पर एक मिस्ड कॉल दें।
 

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