नेशनल हाईवे पुलिस द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर गौर करें तो सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति बेहद भयावह है। अकेले महाराष्ट्र में पांच साल से भी कम समय में 59 हजार से अधिक मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुई है। जबकि 80 हजार से अधिक घायल हो गए।
नई दिल्ली। देश के बड़े बिजनेस टाइकून साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद सड़क सुरक्षा को लेकर बात होने लगी है। उधर, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऐलान किया है कि अब कार की पिछली सीट्स पर बैठे लोगों पर भी सीट बेल्ट न बांधने पर जुर्माना किया जाएगा। गडकरी ने कहा कि जल्द ही आदेश जारी किया जाएगा। जुर्माना की राशि कम से कम एक हजार रुपये तय की जा सकती है। दरअसल, रविवार को टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। वह पिछली सीट पर बैठे थे और सीट बेल्ट नहीं बांधे हुए थे। तेज रफ्तार से चल रही उनकी मर्सिडीज पालघर के पास एक डिवाइडर से टकरा गई थी।
क्या कहा गडकरी ने?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि रोड सेफ्टी नियमों के अनुसार पिछली सीट पर भी बेल्ट बांधना अनिवार्य है लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं देता है। उन्होंने कहा कि नियम तो पहले से है लेकिन जुर्माना नहीं होने की वजह से कोई इसका पालन नहीं करता है। अब अगर कोई पीछे की सीट पर बैठा है और सीट बेल्ट नहीं बांधा है तो उस पर जुर्माना किया जाएगा।
गडकरी ने कहा कि जुर्माना वसूलने का मकसद यह है कि किसी की जान बच जाए। जुर्माना से जागरूकता फैलेगी और लोग पीछे की सीटों पर भी बेल्ट बांधने पर ध्यान देंगे। उन्होंने कहा कि 2024 तक सड़क दुर्घटनाओं में पचास प्रतिशत की कमी करना लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि कम से कम एक हजार रुपये बेल्ट न बांधने पर जुर्माना का प्रावधान किया जाएगा।
पीछे की सीट्स पर एयरबैग भी होगा अनिवार्य
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अब पीछे की सीटों पर भी एयरबैग देना अनिवार्य कर दिया जाएगा। लागत बढ़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक एयरबैग की लागत करीब एक हजार रुपये आती है। इस तरह छह के लिए छह हजार रुपये होगी। हालांकि, लागत महत्वपूर्ण नहीं है, लोगों का जीवन बचाना महत्वपूर्ण है। बता दें कि नियमों के अनुसार, भारत में फ्रंट पैसेंजर और ड्राइवर के लिए एयरबैग अनिवार्य हैं।
साइरस मिस्त्री की मौत पर दु:ख जताया
गडकरी ने बिजनेस टाइकून साइरस मिस्त्री के निधन पर दु:ख जताते हुए कहा कि मुझे बहुत खेद है और बुरा भी लग रहा है। हमें इससे सबक लेना चाहिए और उन गलतियों से सीख लेनी चाहिए।
पांच साल में 59 हजार से अधिक मौतें
नेशनल हाईवे पुलिस द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर गौर करें तो सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति बेहद भयावह है। अकेले महाराष्ट्र में पांच साल से भी कम समय में 59 हजार से अधिक मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुई है। जबकि 80 हजार से अधिक घायल हो गए। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों में 11 प्रतिशत मौतों की वजह सीट बेल्ट न बांधना है। जबकि 30.1 प्रतिशत मौतें हेलमेट न पहनने की वजह से होती हैं।
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