गुजरात के वलसाड जिले के वापी में दिवाली की रात एक पेपर मिल(Paper Mill) में भीषण आग लग गई। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 5 नवंबर की सुबह तक आग पर काबू पाने की मशक्कत चलती रही।
वलसाड. गुजरात के वलसाड जिले( Valsad district) के वापी(Vapi) स्थित एक पेपर मिल(Paper Mill) में दिवाली की देर रात भीषण आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि उस पर काबू पाने में 7-8 घंटे लग गए। आग बुझाने के लिए 20 दमकल गाड़ियां बुलानी पड़ीं। इसके बावजूद 5 नवंबर की सुबह तक आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि यह गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। आग की सही वजह अभी सामने नहीं आई है। लेकिन माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी होगी।
आग तेजी से भड़की
दमकल के अधिकारी अंकित लुठे के मुताबिक, आग इतनी भीषण थी कि उस पर काबू पाने में बड़ी दिक्कत हुई। सारी रात फायर फाइटर आग पर काबू पाने में लगे।
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Shocking: Diwali से पहले बुझा घर का चिराग
दिवाली से पहले गुजरात में आगजनी की एक और बड़ा मामला सामने आया था। सूरत (Surat) शहर में दिवाली (Diwali) से पहले एक हादसे ने पूरे परिवार को जिंदगी भर का दर्द दे दिया। बच्चे ने खेल-खेल में पटाखे खा लिए थे, इस बात की जानकारी परिजन तक को नहीं थी। बाद में जब बच्चे की तबीयत बिगड़ी तो उसे अस्पताल ले गए, जहां उसकी मौत हो गई। त्योहार से पहले बच्चे की मौत से परिजन का बुरा हाल है। मामला सूरत के डिंडोली इलाके का है। यहां मूलरूप से बिहार निवासी राज शर्मा परिवार समेत रहते हैं। राज ने बताया कि दिवाली का त्योहार है, इसलिए वे घर में 3 साल के बेटे शौर्य और 2 साल की बेटी के लिए शनिवार को जमीन पर पटक कर फोड़ने वाले पटाखे का पैकेट लेकर आए थे। दूसरे दिन रविवार को बेटे शौर्य ने पैकेट खोल दिया और उससे ना जाने कब कई पटाखे निगल लिए। शाम को जब अचानक तेज बुखार आया और उसकी तबीयत बिगड़ी तो कुछ समझ में नहीं आया। इसके बाद उसने उल्टियां करना शुरू कर दिया। इसी दौरान मां ने शौर्य की उल्टियों में पटाखे के टुकड़े निकलते देखे। तब जाकर पता लगा कि बेटे ने पटाखे निगल लिए हैं। क्लिक करके पढ़ें
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