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Delhi Air Quality: पटाखों में उड़े सरकार के आदेश, दिवाली के बाद AQ लेवल 386 यानी बहुत खराब स्थिति में पहुंचा
दिल्ली. बैन के बावजूद दिवाली की रात लोगों ने खूब पटाखे (firecrackers) चलाए। नतीजा, दिल्ली में अगले दिन धुंध ही धुंध छाई रही। दिवाली की रात ही दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स(Air Quality Index) 386 से आगे पहुंच गया था। बता दें कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय(Gopal Rai) ने लोगों ने पटाखे नहीं जलाने की अपील की थी। दिल्ली सरकार ने इस बार 'पटाखे नहीं, दीये जलाएं' अभियान चलाया था, लेकिन उसका बहुत ज्यादा नहीं देखा गया। दिल्ली में सर्दियां का मौसम शुरू होते ही एयर क्ववालिटी बेहद खराब स्थिति में पहुंच जाती है। ये तस्वीरें दिल्लीवालों को चेताती हैं।
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पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की एयर क्वालिटी पूर्वानुमान एजेंसी 'सफर' के मुताबिक पड़ोसी राज्यों के खेतों में पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली की हवा पहले से ही खराब हो रही थी, ऐसे में दिवाली पर पटाखे फोड़े जाने से पॉल्युशन और बढ़ गया।
केंद्र द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) इस समय 386 पर है। आगे और भी हवा खराब होगी। गुरुग्राम में यही 389 और नोएडा के NCR क्षेत्र में AQI 448 दर्ज किया गया।
दिवाली की एक रात पहले यानी छोटी दिवाली पर दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 363 दर्ज किया गया था। यानी यह तब भी खराब हालात में पहुंच गया था। अरविंद केजरीवाल ने 4 नवंबर को एक tweet करके बताया था कि AQI-382 (301 to 400-Very Poor) है।
दिल्ली में 4 नवंबर रात से ही आसमान पर धुंध छाई रही। स्मोक के कारण विजिबिलिटी पर बुरा असर पड़ा है। वहीं, प्रदूषण के कारण गले में खुजली और आंखों में पानी, जलन की शिकायतें बढ़ रही हैं।
आपको बता दें कि 0 से 50 के बीच AQI अच्छा माना जाता है। इसके बाद 100 के बीच ठीक ठाक होता है। 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब' माना जाता है। 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' कहलाता है। अगर AQI 401 और 500 के बीच पहुंच जाए, तो भयानक परिणाम दे सकता है। दिल्ली अभी बहुत खराब हालत में है।