अंडमान और निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण को गिरफ्तार कर लिया है। उनपर 21 साल की महिला के साथ गैंगरेप करने का आरोप लगा है। इस मामले में दूसरे आरोपी श्रम आयुक्त आर एल ऋषि हैं।
नई दिल्ली। गैंगरेप मामले में आरोपी अंडमान और निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण (Jitendra Narain) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें पूछताछ के लिए पोर्ट ब्लेयर बुलाया गया था। नोटिस जारी होने के बाद जितेंद्र पूछताछ के लिए पुलिस के सामने पेश हुए थे। गुरुवार को उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई।
एक महिला के साथ गैंगरेप करने के आरोप के चलते अक्टूबर में जितेंद्र को गृह मंत्रालय से निलंबित कर दिया गया था। मंत्रालय ने कहा था कि उसे अंडमान और निकोबार पुलिस से जितेंद्र के खिलाफ दर्ज केस की रिपोर्ट मिली है। अंडमान और निकोबार में मुख्य सचिव रहने के दौरान जितेंद्र और एक अन्य पर महिला का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। सरकार अपने अधिकारियों द्वारा उनकी रैंक और स्थिति की परवाह किए बिना अनुशासनहीनता (खासकर महिलाओं की गरिमा से जुड़ी घटनाओं के संबंध में) के प्रति जीरो टॉलरेंस सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
IAS ऑफिसर और लेबर कमिश्नर ने 21 साल की लड़की से किया था गैंगरेप
गौरतलब है कि अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में पोस्टिंग के दौरान 21 साल की एक युवती के साथ गैंगरेप का आरोप IAS ऑफिसर और लेबर कमिश्नर पर लगा है। इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है। पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में महिला की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। महिला ने 1990 बैच के आईएएस अधिकारी नारायण और श्रम आयुक्त आर एल ऋषि पर गैंगरेप करने का आरोप लगाया है।
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महिला ने पुलिस को बताया है कि दो बार इन दोनों अधिकारियों ने उसका यौन शोषण किया था। महिला की शिकायत पर एबरडीन पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। नारायण के खिलाफ गंभीर आरोपों की जांच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल द्वारा की जा रही है।