कांग्रेस के ऑलराउंडर 'खिलाड़ी' ऑस्कर फर्नांडीस का निधन, योगा करते समय गिर गए थे, पीएम ने जताया शोक

पूर्व केंद्रीय मंत्री(former union minister) और राज्यसभा सदस्य ऑस्कर फर्नांडीस का 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे 18 जुलाई को योगा करते समय गिरकर घायल हो गए थे। तब से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी।

Asianet News Hindi | Published : Sep 13, 2021 9:40 AM IST / Updated: Sep 13 2021, 06:02 PM IST

मंगलुरु, कर्नाटक. कांग्रेस के सीनियर लीडर, पूर्व केंद्रीय मंत्री (former union minister) और राज्यसभा सदस्य रहे ऑस्कर फर्नांडीस( (Oscar Fernandes) का सोमवार को निधन हो गया। वे 18 जुलाई को योगा करते समय गिरकर घायल हो गए थे। तब से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। करीब 20 दिन पहले उनके पारिवारिक सदस्यों ने बताया था कि उनकी येनपोया अस्पताल में मस्तिष्क की सर्जरी हुई थी। हालांकि ऑपरेशन के बाद वे वेंटिलेटर से बाहर आ गए थे। ऑस्कर का जुलाई से ही शहर के येनेपोया अस्पताल के ICU में इलाज चल रहा था।

कांग्रेस के सीनियर लीडर के निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर शोक जताया है। पीएम ने कहा कि इस दु:ख की घड़ी में परिवार को यह सब सहने की क्षमता भगवान दें। 

 

गिरने से सिर में आई थी गंभीर चोट
ऑस्कर फर्नांडीस योगा करते समय पैर फिसलने से गिर पड़े थे। इस हादसे में उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। शुरुआत में उन्होंने चोट को गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन जब वे नियमित डायलिसिस के लिए अस्पताल गए, तब डॉक्टरों को इसके बारे में बताया। इस पर डॉक्टरों ने उनकी जांच कराई। पता चला कि मस्तिष्क के अंदरुनी हिस्से में चोट है। इसके बाद उन्हें ICU में भर्ती कराया गया था। तब से उनकी हेल्थ गड़बड़ चल रही थी। 

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यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री थे
ऑस्कर फर्नांडीज यूपीए सरकार में परिवहन, सड़क, राजमार्ग और श्रम एवं रोजगार मंत्री रहे थे। इसके अलावा वे यूपीए के पहले कार्यकाल के दौरान श्रम और रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रहे। इस समय वे कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य थे।

कई नेता उनके स्वास्थ्य का हाल जानने पहुंचे थे
जुलाई में ऑस्कर फर्नांडीस की तबीयत देखने कांग्रेस के सीनियर लीडर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार अस्पताल पहुंचे थे। उनकी तबीयत में सुधार को लेकर उनके प्रशसंक चिंतित थे।

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LIC में जॉब करते थे और फिर बिजनेस भी किया
ऑस्कर फर्नांडीस का जन्म 27 मार्च, 1941 को रॉक फर्नांडीस(Roque Fernandes) के घर हुआ था। इनके पिता उडुपी को बोर्ड हाईस्कूल के हेडमास्टर थे। इनकी मां लियोनिसा फर्नांडीस (Leonissa Fernandes)अविभाजित दक्षिण कनारा जिले की प्रथम महिला बेंच मजिस्ट्रेट) थीं। ऑस्कर की एजुकेशन सेंट सेसिल्स कॉन्वेंट स्कूल(St Cecily’s Convent School) और उडुपी के बोर्ड हाईस्कूल में हुई। इन्होंने अपनी पहली जॉब LIC के साथ शुरू की। इसके बाद बिजनेस भी किया। ऑस्कर एक प्रगतिशील किसान भी रहे। इन्होंने अपने घर के नजदीक अंबालपडी(Ambalpady) में लीज पर खेती की जमीन ली। इसमें चावल उगाए। इसमें इन्हें मणिपाल के सिंडीकेट कृषि फाउंडेशन ने बेस्ट राइस ग्रोवर का अवार्ड (Best Rice Grower Award) दिया था।

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गांधी फैमिली के नजदीक माने जाते थे
ऑस्कर फर्नांडीस सोनिया और राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते थे। उन्होंने 1996 में कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव के तौर पर काम किया। 1980 के आखिर में वे कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने। वे राजीव गांधी के संसद सचिव भी रहे। ऑस्कर पहली बार 1980 में उडुपी से 7वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे। ऑस्कर 1984, 1989, 1991 और 1996 में लोकसभा के लिए फिर से चुने गए। वे 1998 में राज्यसभा के लिए चुने गए। 2004 में उन्हें राज्यसभा के लिए फिर से चुना गया। 2004 से 2009 तक वे एनआरआई मामलों, युवा और खेल मामलों, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन और श्रम और रोजगार जैसे विभागों के मंत्री रहे। ऑस्कर ने 1972 से 1976 तक उडुपी में नगर परिषद के सदस्य के रूप में भी काम किया।

कला और खेल में विशेष रुचि थी
ऑस्कर एक हरफनमौला व्यक्ति थे। वे कबड्डी, वॉलीबॉल, तैराकी और गाने के शौकीन थे। उन्होंने योगा का अभ्यास किया और कई जगहों पर इसका प्रदर्शन भी किया। वह एक 'कुचिपुड़ी' नर्तक थे, जिसे उन्होंने दिल्ली में सीखा था। वे बचपन से ही माउथ ऑर्गन बजाया करते थे। राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल होने से पहले ऑस्कर हारमोनियम, कीबोर्ड, तबला बजाते थे और कविताएं लिखते थे। वह एक गायक भी थे। जब भी समय मिलता वह चर्च जाकर गाना-बजाना करते थे।

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