भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर 9 जुलाई को लंदन में आयोजित सेमिनार में हिस्सा लेने जा रहे हैं। यह वह डिजिटल गवर्नेंस विषय पर अपने विचार रखेंगे। डिजिटलाइजेशन के महत्व और लोगों को होने वाले लाभ पर भी चर्चा करेंगे।
नेशनल डेस्क। भाजपा नेता और पूर्व इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, कौशल विकास और उद्यमिता और जल शक्ति राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर को लंदन से न्यौता आया है। उन्हें 9 जुलाई को लंदन में डिजिटल गवर्नेंस पर विचार रखना है। पूर्व मंत्री टोनी ब्लेयर इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल चेंज की ओर से ‘एज ऑफ एआई- रीइमैजिंन्ड स्टेट’ की मेजबानी करेंगे। सम्मेलन में आर्टिफियल इंटेलिजेंस के जरिए लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और आगे की रणनीति तैयार करने को लेकर चर्चा की जाएगी।
गवर्नेंस में आईटी के प्रयोग पर चर्चा करेंगे राजीव चंद्रशेखर
लंदन के इंस्टीट्यूट में आयोजित होने वाले सेमिनार में पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर को इंडिया डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई), इंडिया एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जैसी भारत की अनूठी पहल में अपने अनुभव और रणनीति को शेयर करने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह भी बताया गया है कि डिजिटल आईडी, डीपीआई और टेक के माध्यम से सरकारों और शासन को बदलने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
डिजिटल इंडिया के अनुभव को शेयर करेंगे पूर्व मंत्री चंद्रशेखर
आज भारत डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ चुका है। डिजिटल इंडिया के क्षेत्र में काफी तेजी से उसने सफलता पाई है। सेमिनार में वह इस बात पर भी प्रकाश डालेंगे कि अन्य देश भारत के अनुभव से कैसे सीख सकते हैं और वे डिजिटल क्षेत्र में भारत की सफलता को कैसे दोहरा सकते हैं। भारत की ओर से डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में उठाए गए कदमों को लेकर पूर्व मंत्री चर्चा करेंगे ताकि डिजिटल गवर्नेंस का लाभ सभी देश और समाज उठा सकें।
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर की ओर से स्थापित टोनी ब्लेयर इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल चेंज सरकारों और नेताओं को रणनीति, नीति और वितरण पर सलाह देता है जिससे तीनों में प्रौद्योगिकी की शक्ति का पता चलता है।