सार

राजीव चंद्रशेखर ने राहुल गांधी का हिंदुओं को कथित तौर पर हिंसक कहने को तुष्टीकरण की राजनीति करार दिया है। उन्होंने कहा कि लगातार तीसरी बार हारने वाले राहुल गांधी को यह समझना चाहिए कि हिंदू बहुल देश ने पीएम मोदी को तीसरी बार जनादेश दिया है।

 

Rahul Gandhi First Speech: पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी के पहले भाषण पर कटाक्ष किया है। राजीव चंद्रशेखर ने राहुल गांधी का हिंदुओं को कथित तौर पर हिंसक कहने को तुष्टीकरण की राजनीति करार दिया है। उन्होंने कहा कि लगातार तीसरी बार हारने वाले राहुल गांधी को यह समझना चाहिए कि हिंदू बहुल देश ने पीएम मोदी को तीसरी बार जनादेश दिया है।

क्या कहा राजीव चंद्रशेखर ने राहुल गांधी पर?

पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने एक्स पर किए गए पोस्ट में लिखा: राहुल गांधी लगातार यह दर्शा रहे हैं कि वे लाला ला लैंड में रहते हैं - एक हिंदू बहुल देश में, जहां वे हिंदुओं को इस तरह से अपमानित कर रहे हैं, सिर्फ अपनी बेशर्म तुष्टिकरण की राजनीति के लिए, जो विभाजनकारी और खतरनाक है, हिंदुओं को निशाना बनाने को प्रोत्साहित करती है। चंद्रशेखर ने लिखा कि 2024 के चुनावों के बारे में राहुल गांधी की गहरी अज्ञानता दर्शाती है। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की लगातार तीसरी हार मिली है और पीएम के नेतृत्व में भाजपा/एनडीए के लिए तीसरा जनादेश मिला है।

 

 

जेपी नड्डा ने क्यों बोले-एलओपी ने बोला झूठ

बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने ट्वीट कर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी के स्पीच का संदर्भ लेते हुए एक-एक बिंदु पर उनकी आलोचना की है। अपने ट्वीट में जेपी नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी ने पहले ही दिन सबसे खराब प्रदर्शन किया। तीसरी बार असफल हुए एलओपी को उत्तेजित, दोषपूर्ण तर्क करने की आदत है। उनके आज के भाषण से पता चला है कि न तो उन्होंने 2024 के जनादेश (उनकी लगातार तीसरी हार) को समझा है और न ही उनमें कोई विनम्रता है। हमारे मेहनती किसानों और बहादुर सशस्त्र बलों से जुड़े मामलों सहित कई मामलों में एलओपी ने झूठ बोला। एमएसपी और अग्निवीर पर झूठे दावों के लिए केंद्रीय मंत्रियों द्वारा उनकी तथ्य जांच की गई। अपनी सस्ती राजनीति के लिए, वह हमारे किसानों और सुरक्षा बलों को भी नहीं बख्शते। पूरा पढ़िए…