देश में कोरोन संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों के वैक्सीनेशन की प्लानिंग चल रही है। केंद्र सरकार 12-18 साल की उम्र के करीब 1.30 करोड़ बच्चों के वैक्सीनेशन की प्लानिंग कर रहा है। इस दिशा में भारत बायोटेक से बातचीत चल रही है।
नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने जबर्दस्त हाहाकार मचा दिया था। हालांकि अब स्थितियां नियंत्रण में हैं, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर का असर बच्चों पर भी पड़ने की आशंका जताई है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार इस दिशा में युद्धस्तर पर काम कर रही है। सरकार 12-18 साल की उम्र के करीब 1.30 करोड़ बच्चों के वैक्सीनेशन की प्लानिंग कर रही है। खासकर इस श्रेणी के 80 प्रतिशत बच्चों में युद्धस्तर पर वैक्सीन लगाने की प्लानिंग है। सूत्रों के अनुसार, इसके लिए भारत बायोटेक से बातचीत चल रही है।
2 करोड़ से अधिक डोज की जरूरत पड़ेगी
12-18 साल की उम्र वाले बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए 2 करोड़ से अधिक डोज की जरूरत पड़ेगी। अगर यह टीका तीन खुराक वाला हुआ, तो डोज की संख्या बढ़ जाएगी। इस संबंध में द इंडियन एक्सप्रेस' ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। केंद्र सरकार इस दिशा में भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के संपर्क में है। यह स्वदेशी कंपनी बच्चों की वैक्सीन पर ट्रायल कर रही है। भारत बायोटेक कोवैक्सिन बना रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की 26.68 करोड़ से ज़्यादा डोज़ उपलब्ध कराई गई है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी वैक्सीन की 1.40 करोड़ से ज़्यादा डोज़ उपलब्ध है। ये डोज 18 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को लगाई गई हैं।
दुनिया में और कहां बन रही बच्चों के लिए वैक्सीन...