जम्मू-कश्मीर में Target Killings को लेकर केंद्र सरकार किसी बड़े एक्शन की तैयारी कर रही है। इस संबंध में गृहमंत्रालय ने एक बड़ी मीटिंग बुलाई है। CRPF के डीजी कुलदीप सिंह को जम्मू कश्मीर भेजा है।
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से राज्य के बाहरी लोगों पर आतंकी हमले(Terrorists attack) बढ़े हैं। इसे लेकर केंद्र सरकार अब किसी बड़े एक्शन की तैयारी में है। इसके संकेत मिले हैं। गृहमंत्रालय ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक बड़ी मीटिंग बुलाई है। गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के DGP और IG लेवल के अफसरों की मीटिंग बुलाई है। बैठक दोपहर बाद शुरू होगी। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor of India-NSA) अजीत डोभाल भी मौजूद रहेंगे।
जम्मू-कश्मीर में अफसरों ने डाला कैंप
सूत्रों के अनुसार जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के सफाए के लिए सरकार अब नई रणनीति पर विचार कर रही है। इस समय जम्मू कश्मीर में IB, NIA, सेना, CRPF के सीनियर अधिकारी कैम्प कर रहे हैं। वे इंटेलिजेंस इनपुट्स की बारीकी से मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इस बीच खबर है कि गृहमंत्रालय ने सेंट्रल रिजर्व पुलिस बल (Central Reserve Police Force-CRPF) के DG कुलदीप सिंह को जम्मू कश्मीर भेजा है। श्री सिंह इस समय NIA के भी डीजी हैं।
हाल में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल ने दिए थे कड़े एक्शन के संकेत
घाटी में हिंदुओं को टारगेट कर रहे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सरकार कोई बड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर रही है। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने पिछले दिनों इसके संकेत दिए थे। दशहरे पर सुबह नागपुर स्थित RSS के मुख्यालय में शस्त्र पूजन के दौरान डॉ. मोहन भागवत भी आतंकवादियों खिलाफ सख्त एक्शन की बात कह चुके हैं। भागवत ने कहा कि वे जम्मू-कश्मीर होकर आए हैं। धारा 370 हटने से आम जनता को फायदा हुआ है। घाटी में हिन्दुओं की टारगेट किलिंग की जा रही है। जैसा वे पहले चुन-चुनकर करते थे। मनोबल गिराने वे हिंसा कर रहे हैं। उनका बंदोबस्त करना होगा। क्लिक करके विस्तार से पढ़ें
9 दिनों में 13 आतंकी मारे गए
कश्मीर के बाहरी लोगों पर हमला कर रह आतंकवादियों के सफाए के लिए घाटी में लगातार एनकाउंटर चल रहे हैं। पिछले 9 दिनों में सुरक्षा बलों ने अलग-अलग मुठभेड़ में 13 आतंकियों को मार गिराया है। जनवरी से अब तक 132 से ज्यादा आतंकियों को मारा गया है, जबकि 254 आतंकियों को पकड़ा गया है। सुरक्षा बलों ने इस साल 30 सितंबर तक 105 AK-47 राइफल, 126 पिस्टल और 276 हैंड ग्रेनेड बरामद किए हैं। आतंकवादी बड़े हथियारों की जगह अब पिस्टल का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि आसानी से पकड़ में नहीं आ सकें। पिछले साल भी आतंकवादियों के पास से 163 पिस्टल बरामद हुए थे, जबकि 2019 में यही आंकड़ा सिर्फ 48 और 2018 में 27 था।
असम में ISI का खतरा बढ़ा
इस बीच सुरक्षाबलों को खबर मिली है कि असम में ISI और अलकायदा (Al Qaeda) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) के कार्यकर्ताओं और असम के सैन्य क्षेत्र समेत देश के अन्य हिस्सों में हमले की योजना बना रहा है। इस खुफिया इनपुट के आधार पर सर्कुलर जारी करके गुवाहाटी पुलिस कमिश्नर और सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को अलर्ट किया गया है। यह हमले दरांग में हुई हिंसक घटना की प्रतिक्रिया के रूप में माने जा रहे हैं। अतिक्रमण हटाने के दौरान यह हिंसक घटना हुई थी।