देश में 16 जनवरी को कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इसी बीच वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट के मामले भी सामने आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेलंगाना में एक एंबुलेंस ड्राइवर की कोरोना वैक्सीन लगने के बाद मौत हो गई। तेलंगाना सरकार का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि मौत कोरोना के टीके के वजह से नहीं हुई। वहीं, पंजाब के फिरोजपुर में एक आशा वर्कर की तबीयत बिगड़ गई।
नई दिल्ली. देश में 16 जनवरी को कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इसी बीच वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट के मामले भी सामने आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेलंगाना में एक एंबुलेंस ड्राइवर की कोरोना वैक्सीन लगने के बाद मौत हो गई। तेलंगाना सरकार का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि मौत कोरोना के टीके के वजह से नहीं हुई। वहीं, पंजाब के फिरोजपुर में एक आशा वर्कर की तबीयत बिगड़ गई।
19 जनवरी को लगा था टीका
बताया जा रहा है कि तेलंगाना के निर्मल जिले में एंबुलेंस ड्राइवर को 19 जनवरी को कोरोना की डोज दी गई थी। इसके बाद रात में उसके सीने में दर्द होने लगा। 20 जनवरी को उसकी मौत हो गई। परिवार ने ड्राइवर की मौत के पीछे वैक्सीनेशन को वजह बताया है। वहीं, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह पता नहीं चला है कि मौत की वजह टीकाकरण है। इस मामले में जांच चल रही है।
फिरोजपुर में आशा वर्कर की तबीयत बिगड़ी
पंजाब के फिरोजपुर में आशा वर्कर बिंदिया की कोरोना टीका लगने के बाद तबीयत बिगड़ गई। उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। उसे फिरोजपुर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि बिंदिया का ब्लड प्रेशर लेवल गिरने लगा। अब उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि टीका लगने के बाद आशा वर्कर की तबीयत बिगड़ी।
5 दिन में 7.86 लाख लोगों को दी गई वैक्सीन
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, देश में अब तक वैक्सीनेशन के 14,119 सेशन हुए। इनमें 7 लाख 86 हजार 842 हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी गई है। वहीं, मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे चरण में वैक्सीन लगवाएंगे।