भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से लोगों को सकुशल निकालने का क्रम जारी है। वहीं दूसरे देश भी अपने नागरिकों को निकाल रहे हैं लेकिन कई बार विमानों पर हो रही फायरिंग से हालात बिगड़ रहे हैं।
Operation Kaveri. सूडान में सेना और पैरामिलिट्री फोर्सेस के बीच जारी तनाव के बीच सीजफायर को 72 घंटों के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके बावजूद बीच-बीच में हो रही फायरिंग ने आम नागरिकों की लाइफ को रिस्क में डाल दिया है। भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन कावेरी के माध्यम से नागरिकों को निकालने का क्रम जारी है। वहीं दूसरे देश भी अपने नागरिकों को सूडान से निकाल रहे हैं। लेकिन बीती रात तुर्किए की फ्लाइट पर हुई फायरिंग ने रेस्क्यू ऑपरेशन की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है।
ऑपरेशन कावेरी: अब तक सूडान से निकाले गए 2100 भारतीय
वहीं केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि अभी तक सूडान से कुल 2100 भारतीयों को जेद्दाह पहुंचाया गया है, जहां से उन्हें नई दिल्ली भेजने का काम जारी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि आईएनएस सुमेधा ने सूडान बंदरगाह से 300 यात्रियों को लेकर जेद्दाह के लिए रवाना हो चुका है। यह सूडान से निकलने वाला कुल 13वां बैच है। शुक्रवार को वायुसेना के विमान सी-130 जे से 10वां और 11वां बैच सूडान से जेद्दाह पहुंचाया गया।
ऑपरेशन कावेरी: खतरनाक हो चला है सूडान में रेस्क्यू ऑपरेशन
अफ्रीकी देश सूडान में रेस्क्यू ऑपरेशन काफी मुश्किलों भरा हो चला है। हालात यह है कि तुर्किए का एक विमान जो कि अपने नागरिकों को लेकर उड़ान पर था, उस पर जबरदस्त गोलीबारी की गई है। वहीं भारतीय दल को जर्जर हो चुके एरयपोर्ट से विमान उड़ाना पड़ रहा है। सूडान के वादी सईदीना की हवाई पट्टी पर लैंडिंग लाइट्स और नेविगेशन तक की सुविधा नहीं है। ऐसे में भारतीय वायुसेना के जवानों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा सूडान की राजधानी खारतूम और आसपास के एरिया में रुक-रूककर हो रही गोलीबारी ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन को मुश्किल बना दिया है।
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