एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि भारत कैसे सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को रेस्कयू कर रहा है और कौन सा देश भारत की मदद कर रहा है?
सूडान से मुंबई पहुंचे लोगों ने भारतीय दूतावास की जमकर तारीफ की और बताया कि कैसे सीमित कर्मचारी होने के बावजूद भारतीय दूतावास ने बिने रुके 24 घंटे काम किया।
C-17 ग्लोबमास्टर ट्रांसपोर्ट विमान की एकमात्र महिला पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट हर राज कौर बोपराय सूडान में फंसे भारतीयों को स्वदेश वापस ला रही हैं।
सूडान हो रही हिंसा की नींव साल 2019 में रखी गई थी। उस समय देश में ओमर अल-बशीर की सरकार थी और वह सूडान के राष्ट्रपति थे।
सूडान में फंसे करीब 400 भारतीयों को निकालने के लिए वायुसेना के दो विमान और नौसेना का एक जहाज तैयार है। दोनों विमान जेद्दाह में स्टैंडबाई पर हैं। वहीं, जहाज सूडान पोर्ट पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सूडान में फंसे भारतीयों की स्थिति की समीक्षा के लिए हाई लेवल बैठक कर रहे हैं। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद हैं।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सूडान में फंसे भारतीयों से सरकार संपर्क में है। UN द्वारा युद्धविराम की कोशिश की जा रही है।