कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं, भारत सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। उधर, कांग्रेस इस मुद्दे पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हाल ही में लॉकडाउन पर भी सवाल उठाए थे।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं, भारत सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। उधर, कांग्रेस इस मुद्दे पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हाल ही में लॉकडाउन पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि इसे अनियोजित तरीके से लागू किया गया है। अब सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कुछ सुझाव भी दिए हैं। इनमें विज्ञापन बंद करने, नए संसद भवन का निर्माण रोकना, सरकारी विदेश यात्राओं पर रोक किसानों और मजदूरों को आर्थिक मदद जैसी मांगों को रखा गया है। उधर, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी सरकार पर निशाना साध रह रहीं हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि कोरोना के खिलाफ जंग में गांधी परिवार यानी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका ने कितनी आर्थिक मदद की है।
सोनिया गांधी
सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद हैं। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में जिला अधिकारी को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि कोरोना से निपटने के लिए जिला अधिकारी जितना उनकी सांसद निधि का इस्तेमाल करना चाहें कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन ने अपील की है कि लोगों को सैनिटाइजर, मास्क और साबुन बांटे जाएं। किसी भी बेसहारे को भूखा नहीं सोने दिया जाए। एक सांसद को 1 साल में 5 करोड़ रुपए तक की सांसद निधि मिलती है।
राहुल गांधी
राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद हैं। उन्होंने जिला अधिकारी को अपनी सांसद निधि से 2.66 करोड़ जारी करने के लिए कहा है। इससे वायनाड में जरूरी मेडिकल उपकरण खरीदें जा सकें। इशके अलावा राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र में 50 थर्मल स्कैनर भी दिए हैं, जिससे कोरोना संक्रमण की जांच में मदद मिल सके। इसके अलावा राहुल ने हैंडवॉश, सैनिटाइजर और मास्क भी उपलब्ध कराए हैं।
अमेठी में भी भिजवाए मास्क-सैनिटाइजर
राहुल गांधी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के अमेठी में 12 हजार सैनिटाइजर, 20 हजार मास्क और 10 हजार साबुन भिजवाए हैं। इससे पहले उन्होंने एक ट्रक गेहूं और चावल भेजे थे। दरअसल, अमेठी कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। लेकिन 2019 में उन्हें इस सीट पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के सामने हार का सामना करना पड़ा।
प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। वे लगातार पलायन के मुद्दे पर केंद्र और योगी सरकार पर निशाना साधती रही हैं। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से जिला स्तर पर 'कांग्रेस के सिपाही' बनाकर जरूरतमंदों की मदद करने के लिए कहा है। हालांकि, उनके ट्विटर हैंडल या कांग्रेस की वेबसाइट या खबरों के माध्यम से ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली, कि उन्होंने कोई आर्थिक मदद की।