मुझे घेरा, गला दबाया, धकेला...यूपी पुलिस पर आरोप, स्कूटी पर बैठ आखिर किससे मिलने गई थीं प्रियंका

नागरिकता कानून के खिलाफ जारी विरोध के बीच कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को लखनऊ पहुंची। जहां वह भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी दारापुरी से मिलने पहुंची। इस दौरान प्रियंका को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस और प्रियंका के बीच झड़प हो गई। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 28, 2019 3:45 PM IST

लखनऊ. नागरिकता कानून के खिलाफ कांग्रेस का विरोध अपने चरम पर है। इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज यानी शनिवार को लखनऊ पहुंची। जहां कार्यकर्ताओं से पार्टी ऑफिस में मुलाकात के बाद भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी एसआर दारापुरी के परिवार से मिलने के लिए पहुंची।

पुलिस ने रोका 

इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मियों ने उनकी गाड़ी को रोकने की कोशिश की। गाड़ी रोके जाने के बाद पैदल ही दारापुरी के घर तक पहुंची। उन्होंने दारापुरी के परिजनों से मुलाकात की। नागरिकता कानून के खिलाफ हाल में हुई हिंसा के मामले में दारापुरी को गिरफ्तार किया गया है। 

पुलिस ने दबाया मेरा गला, धकेला 

परिजनों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने दावा किया, ''रास्ते में पुलिस की गाड़ी आई और मेरी गाड़ी के आगे रोक दी। उन्होंने कहा कि आप आगे नहीं जा सकते हैं। उन्हें मालूम भी नहीं था कि मैं कहां जा रही हूं। मैं गाड़ी से उतर गई और मैं पैदल गई। इसी दौरान मेरा गला पकड़कर रोकने की कोशिश की। मैं गिर गई। फिर मैं टू व्हीलर पर बैठकर आगे बढ़ी। फिर उन्होंने रोका और मैं पैदल गई। मैंने दारापुरी के परिजन से मुलाकात की.'' उन्होंने कहा कि मैं कोई मार्च नहीं कर रही थी। सिर्फ कुछ नेता मेरे साथ थे। 

पुलिस के पास रोकने का हक नहीं 

दारापुरी के परिजनों से मुलाकात के बाद निकली प्रियंका ने कहा, ''मैं गाड़ी में शांतिपूर्वक जा रही थी, तब कानून-व्यवस्था कैसे बिगड़ने वाली थी? मैंने किसी को बताया तक नहीं ताकि मेरे साथ तीन से ज्यादा लोग नहीं आयें। मुझे रोका गया तभी मैं पैदल चली। इनके पास मुझे रोकने का हक नहीं है। अगर गिरफ्तार करना चाहते हैं तो करें।'' इस सवाल पर कि क्या सरकार को लगता है कि उनकी वजह से उनकी राजनीति को खतरा है, प्रियंका ने कहा, ''सबकी राजनीति को खतरा है।''

एक किमी तक चलीं पैदल 

उन्होंने बताया कि पुलिस के एक क्षेत्राधिकारी ने प्रियंका के वाहन के आगे अपनी गाड़ी लगा दी तो वह पैदल ही चल पड़ीं और करीब एक किलोमीटर दूर पुल पार करने के बाद प्रियंका फिर गाड़ी में बैठीं। कांग्रेस नेता ने बताया कि आगे मुंशी पुलिया इलाके में पुलिस ने उन्हें फिर रोका तो वह दोबारा पैदल चलने लगीं और इंदिरा नगर के सेक्टर 18 में अचानक एक गली में मुड़ गयीं।

इस दौरान हलकान हुई पुलिस और पार्टी नेताओं के बीच अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया और कुछ देर तक तो पता ही नहीं चला कि प्रियंका कहां गयीं। बाद में मालूम हुआ कि वह दारापुरी के घर पहुंच गयीं हैं और इसके लिए उन्होंने करीब तीन किलोमीटर पैदल सफर किया। 
 

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