भारत और आस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्रियों ने अफगानिस्तान में आतंकी संगठनों के सक्रिय होने की आशंका पर चिंता जताई

ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पैने और रक्षा मंत्री दुतों तीन दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को यहां पर पहुंचे हैं। शुक्रवार को दोनों देशों के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व दुतों ने मुलाकात की। 
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 10, 2021 5:18 PM IST

नई दिल्ली। तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा के बाद पड़ोसी देशों में सबसे अधिक चिंतित भारत है। भारत वैश्विक समुदाय में भी इस चिंता को समय-समय पर जताता नजर आ रहा है। शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री पीटर दुतों से अफगानिस्तान में तालिबान के उभार पर चर्चा करते हुए चिंता जताई।

शांति के लिए खतरा बन सकता है अफगानिस्तान

राजनाथ सिंह ने कहा कि तालिबान के उभार से अन्य देशों के लिए खतरा बन सकते हैं। अफगानिस्तान को बेस बनाकर आतंकी संगठन अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देते हुए हमारी शांति के लिए खतरा बन सकते हैं। 

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रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि अफगान क्षेत्र का इस्तेमाल किसी अन्य देश पर हमले या किसी को धमकाने के लिए नहीं होना चाहिए। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से गुहार लगाई कि वह सुनिश्चित करे कि अफगानिस्तान पर यूएन सिक्योरिटी काउंसिल रिजॉल्यूशन 2593 लागू हो। 

राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान की मदद से अस्थिर करने की कोशिशों की साजिश की आशंका जताई है। साथ ही तालिबान शासन में महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का हनन पर भी विमर्श किया। 

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आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पैने और रक्षा मंत्री दुतों आज पहुंचे

ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पैने और रक्षा मंत्री दुतों तीन दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को यहां पर पहुंचे हैं। शुक्रवार को दोनों देशों के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व दुतों ने मुलाकात की। 

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