भूटान में 89km लंबा रेलवे नेटवर्क बनाएगा भारत, खर्च होंगे 4033 करोड़ रुपए

Vivek Kumar   | ANI
Published : Sep 29, 2025, 08:45 PM IST
Union Railways Minister Ashwini Vaishnaw addresses a press briefing in New Delhi on the India-Bhutan rail connectivity project (Photo/ANI)

सार

भारत भूटान में 89km लंबा रेलवे नेटवर्क बनाएगा। इस परियोजना पर 4033 करोड़ रुपए निवेश होंगे। भूटान के गेलेफू और समत्से की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। भूटान को अपने सामान निर्यात करने में सुविधा मिलेगी। भूटान का अधिकतर निर्यात भारत के बंदरगाहों से होता है।

India Bhutan Rail Connectivity: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को भारत-भूटान रेल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इसे भूटान के आर्थिक विकास और दुनिया तक पहुंच के लिए बेहद जरूरी बताया।

वैष्णव ने कहा, "यह प्रोजेक्ट असल में भूटान के दो बहुत अहम शहरों को जोड़ रहा है। एक है गेलेफू और दूसरा है समत्से। गेलेफू को माइंडफुलनेस सिटी के तौर पर विकसित किया जा रहा है। वहीं, समत्से औद्योगिक शहर है। ये दोनों प्रोजेक्ट भारतीय रेलवे के नेटवर्क कोकराझार और बानरहाट से शुरू होंगे। इस समय इसमें करीब 4033 करोड़ रुपए के निवेश का अनुमान है। 89km लंबा रेलवे नेटवर्क बनाया जाएगा।"

भूटान का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है भारत

व्यापारिक संबंधों पर जोर देते हुए वैष्णव ने कहा, "भारत, भूटान का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। भूटान का ज्यादातर व्यापार भारतीय बंदरगाहों के जरिए होता है। इसलिए, भूटानी अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और लोगों को वैश्विक नेटवर्क तक बेहतर पहुंच देने के लिए एक अच्छी और बिना रुकावट वाली रेल कनेक्टिविटी होना बहुत जरूरी है। इसीलिए यह पूरा प्रोजेक्ट शुरू किया गया है।"

भूटान में शुरू हो रहा पहला रेल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट

ब्रीफिंग में मौजूद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भी नए रेल लिंक के द्विपक्षीय महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "जिन लिंक पर काम चल रहा है वे माल और यात्रियों की आवाजाही बढ़ाने के लिए बहुत अहम होंगे। इसी खास रिश्ते को देखते हुए दोनों सरकारों ने बानरहाट और समत्से और कोकराझार और गेलेफू के बीच दो क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक बनाने पर सहमति जताई है। यह भूटान के साथ रेल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट्स का पहला सेट होगा।"

विक्रम मिसरी ने कहा, "इस कनेक्टिविटी के लिए समझौता ज्ञापन (MOU) पर असल में प्रधानमंत्री की भूटान यात्रा के दौरान साइन किए गए थे, जिसका मैंने थोड़ी देर पहले जिक्र किया था, जो पिछले साल हुई थी। इस एमओयू पर बाद में नई दिल्ली में भूटानी विदेश सचिव की यात्रा के मौके पर औपचारिक रूप से दस्तखत किए जाएंगे।"

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यह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस दिल्ली में भारत और भूटान के बीच नए रेलवे प्रोजेक्ट्स के लॉन्च पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने की थी।

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