लोकसभा और राज्यसभा से विपक्षी दलों के सांसदों के सामूहिक निलंबन के खिलाफ INDIA ब्लॉक के दलों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि देश की 60 फीसदी जनता का अपमान किया गया है।
नई दिल्ली। लोकसभा और राज्यसभा से सांसदों के सामूहिक निलंबन के खिलाफ विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, " 2-3 युवक संसद में घुसे और धुआं छोड़ा। इस पर बीजेपी सांसद भाग गए। उनकी हवा निकल गई। इस घटना में सुरक्षा उल्लंघन का सवाल है, लेकिन एक और सवाल है। उन्होंने इस तरह से विरोध क्यों किया। इसका जवाब है देश में बेरोजगारी।"
राहुल गांधी ने कहा, "मीडिया में ये बात नहीं आई कि देश में बेरोजगारी है। मीडिया क्या कहती है कि पार्लियामेंट के बाहर सांसद बैठे थे। वहां राहुल गांधी ने वीडियो ले लिया। 150 सांसदों को बाहर कर दिया। सांसद सिर्फ एक व्यक्ति नहीं हैं। ये देश की जनता की आवाज हैं। हर एमपी लाखों वोट लेकर आता है। आपने सिर्फ 150 लोगों को अपमान नहीं किया, आपने देश की 60 फीसदी जनता का मुंह बंद किया है। आप सोचते हो कि जनता को डरा दोगे, धमका दोगे।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने जगदीप धनखड़ पर साधा निशाना
जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर निशाना साधा। संसद से निलंबित किए जाने के बाद विपक्षी दलों के सांसद विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की थी। इस घटना को धनखड़ ने जाट समाज का अपमान बताया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसके लिए धनखड़ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को जाति की बात नहीं करनी चाहिए।
खड़गे ने कहा- दलित हूं इसलिए बोलने नहीं दिया जाता
खड़गे ने कहा, “हमारे संविधान के तहत, हर किसी को बोलने का अधिकार है। जब हम (संसद में) नोटिस देते हैं तो हमें नोटिस पढ़ने का मौका भी नहीं दिया जाता है। क्या मुझे यह कहना चाहिए कि दलित हूं इसलिए बोलने नहीं दिया जा रहा है? आप हमारे बोलने का अधिकार नहीं छीन सकते। यह आजादी हमें जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी ने दी थी। आप विपक्षी सांसदों को निलंबित करते हैं और निर्विरोध कानून पारित करते हैं। हमें एक साथ लड़ना होगा।”