भारत विरोधी खालिस्तानियों के समर्थन में उतरे कनाडा के साथ देश के बिगड़े रिश्तों के बीच यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
Canadian diplomats reduction: भारत ने कनाडियन डिप्लोमैट्स की संख्या में कमी करने का इशारा किया है। देश के आंतरिक मामलों में कनाडियन राजनयिकों की अत्यधिक दखलंदाजी को देखते हुए भारत यह कदम उठाने जा रहा है। भारत विरोधी खालिस्तानियों के समर्थन में उतरे कनाडा के साथ देश के बिगड़े रिश्तों के बीच यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने कनाडा से साफ कह दिया है कि डिप्लोमैट्स की संख्या दोनों देशों में बराबर होनी चाहिए। वियना कन्वेंशन के तहत ऐसा करना जरूरी है।
भारत ने वीजा सर्विस किया बंद
उधर, भारत ने कनाडियन्स के लिए वीजा सर्विस को बंद करने का फैसला लिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरंदिम बागची ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कनाडा में हमारे डिप्लोमैटिक यूनिट को धमकियां मिल रही हैं। वे अपना काम नहीं कर पा रहे हैं। यही वजह है कि वीजा सर्विसेज सस्पेंड की गई हैं। बागची ने कनाडा के आरोपों पर कहा कि यह केवल सुनियोजित तरीके से लगाए गए आरोप हैं। हमने कनाडा से आरोपों से संबंधि एविडेंस देने को कहा था लेकिन वह ऐसा कोई सबूत पेश नहीं कर सका है। उन्होंने बताया कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान जस्टिन ट्रूडो और पीएम मोदी की द्विपक्षीय वार्ता के दौरान ट्रूडो ने मोदी के सामने निज्जर की हत्या का मामला उठाया था। लेकिन प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने बताया कि भारत द्वारा सबूतों के साथ दावा करने के बाद भी कनाडा उनके आतंकवादियों को नहीं सौंप रहा है। हम उनको अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अब लाएंगे।
दरअसल, खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। कनाडा ने इस हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ होने का आरोप लगाया है।
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