अफगानिस्तान के हिंदुओं और सिखों को भारत देगा शरण में प्राथमिकताः विदेश मंत्रालय

कल काबुल हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी के बीच अफगान हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया था। कल अमेरिकी सुरक्षा बलों ने हवा में गोलियां चलाईं क्योंकि भीड़ को काबू में नहीं किया जा सकता था। यहीं पर पांच लोगों की मौत भी हो गई थी जिसके कारण का अभी पता नहीं चला है। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 16, 2021 5:40 PM IST

काबुल। अफगानिस्तान से कमर्शियल उड़ान सेवा शुरू होने के बाद अफगानिस्तान के हिंदुओं और सिखों को प्राथमिकता दी जाएगी। भारत ने अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद यह ऐलान किया है। भारत ने कहा कि अफगानिस्तान में अफरातफरी मची हुई है। भारत उन सभी लोगों को यहां लाने की सुविधा देगा जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं। 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘सरकार भारतीय नागरिकों और अफगानिस्तान में हमारे हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाएगी।‘

लगातार संपर्क में है विदेश मंत्रालय

काबुल में स्थिति की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि दिन पर दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है। मंत्रालय ने कहा, ‘हम अफगान सिख और हिंदू समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम उन लोगों के भारत में प्रत्यावर्तन की सुविधा प्रदान करेंगे जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं।’

अरिंदम बागची ने कहा, ‘कई अफगान भी हैं जो हमारे पारस्परिक विकास, शैक्षिक और लोगों से लोगों के प्रयासों को बढ़ावा देने में हमारे सहयोगी रहे हैं। हम उनके साथ खड़े रहेंगे।‘

काबुल से कमर्शियल फ्लाइट सस्पेंड हो चुका है

काबुल हवाई अड्डे से कमर्शियल उड़ान संचालन को निलंबित कर दिया गया है। बागची ने कहा, ‘उड़ान बंद होने से हमारे लोगों के लाने के प्रयासों को रोक लग गया है। हम प्रक्रिया को फिर से शुरू करने के लिए उड़ानों के फिर से शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।‘

इसलिए बंद कर दिया गया था उड़ान

कल काबुल हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी के बीच अफगान हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया था। कल अमेरिकी सुरक्षा बलों ने हवा में गोलियां चलाईं क्योंकि भीड़ को काबू में नहीं किया जा सकता था। यहीं पर पांच लोगों की मौत भी हो गई थी जिसके कारण का अभी पता नहीं चला है। बाद में एयरपोर्ट को सुरक्षा घेरे में रखा गया था।

भारत निकाल रहा है अपने लोगों को, अफगान नागरिकों को भी निकाला

तालिबान के आगे बढ़ने के बाद से भारत अपने नागरिकों के साथ-साथ कुछ अफगान नागरिकों को भी निकाल रहा है क्योंकि अमेरिका और नाटो बलों ने पीछे हटना शुरू कर दिया था। बागची ने आज कहा, ‘हम जानते हैं कि अफगानिस्तान में अभी भी कुछ भारतीय नागरिक हैं जो वापस लौटना चाहते हैं और हम उनके संपर्क में हैं।‘

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