सीमा पार कर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई से नहीं हिचकेगा भारत: राजनाथ सिंह

Published : Apr 23, 2022, 09:18 PM IST
सीमा पार कर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई से नहीं हिचकेगा भारत: राजनाथ सिंह

सार

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने असम में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत सीमा पार कर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई से नहीं हिचकेगा। उन्होंने कहा कि हमने आतंकवाद के हर रूपों को खत्म करने और अपने नागरिकों को खतरे से बचाने के लिए दृढ़ स्टैंड लिया है।

गुवाहाटी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने शनिवार को कहा कि भारत सीमा पार से देश को निशाना बनाने वाले आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने और देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए साहसिक निर्णय लेने में संकोच नहीं करेगा। रक्षा मंत्री ने देश के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने 
और आंतरिक व बाहरी खतरों से निपटने के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि हमने आतंकवाद के हर रूपों को खत्म करने और अपने नागरिकों को खतरे से बचाने के लिए दृढ़ स्टैंड लिया है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम सीमा पार से होने वाले आतंकवाद को खत्म कर देंगे। सरकार देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए साहसिक निर्णय लेने से न हिचकती है और न हिचकेगी। अगर हमारे देश को बाहर से निशाना बनाया जाता है तो सीमा पार करके आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने में हम संकोच नहीं करेंगे। हमने पहले ही संदेश दे दिया है कि हम आतंकवाद से बहुत मजबूती से निपट सकते हैं।

आंतरिक सुरक्षा में न्यूनतम होती है सेना की भूमिका
असम सरकार द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में भाग लेने आए राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ लोगों का मानना है कि भारतीय सेना नहीं चाहती कि AFSPA को हटाया जाए। मैं इनसे कहना चाहता हूं कि आंतरिक सुरक्षा में सेना की न्यूनतम भूमिका होती है। सेना चाहती है कि जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह से सामान्य स्थिति बन जाए ताकि वहां से भी अफस्पा को हटाया जा सके। रक्षा मंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए सीमा सड़क संगठन की सराहना की। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश से लेकर लद्दाख तक के दूर-दराज के इलाकों को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

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रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने सत्ता में आते ही वन रैंक वन पेंशन की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया। डिजिटल इंडिया के तहत कई ऑनलाइन सेवाएं शुरू की गई हैं, जिनमें स्मार्ट कैंटीन कार्ड और भूतपूर्व सैनिक पहचान पत्र शामिल हैं। पेंशनभोगियों के मुद्दों के समाधान के लिए एक पेंशन शिकायत पोर्टल भी काम कर रहा है।

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