माइक्रोसॉफ्ट विंडोज और ऑफिस जैसे सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने वाले लोग अगर सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं करते हैं तो यह गलती उन्हें भारी पर सकती है। भारत सरकार ने इस संबंध में 'हाई रिस्क' वार्निंग जारी किया है।
नई दिल्ली। लैपटॉप हो या डेस्कटॉप कम्प्यूटर इस्तेमाल करने वाले अधिकतर लोग माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) कंपनी से वाकिफ होंगे। टेक्नोलॉजी क्षेत्र की यह बहुत बड़ी कंपनी है। इसके द्वारा बनाए गए सॉफ्टवेयर माइक्रोसॉफ्ट विंडोज और माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस का बहुत से लोग इस्तेमाल करते हैं। ऐसे लोगों को अब सावधान हो जाने की जरूरत है। सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं करने की गलती से यूजर को भारी नुकसान हो सकता है। भारत सरकार ने साइबर अटैक की संभावना को देखते हुए 'हाई रिस्क' वार्निंग जारी किया है।
दुनिया भर में कम्प्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में सबसे अधिक माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूज होता है। वहीं, अधिकतर लोग रोज के काम के लिए माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस पर निर्भर रहते हैं। माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में वर्ड, एक्सेल, पॉवरपॉइंट और आउटलुक जैसे कई उपयोगी ऐप शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में इन ऐप्प पर हमारी निर्भरता बढ़ी है। इनपर हम अपनी निजी जानकारियां अधिक शेयर करने लगे हैं।
सॉफ्टवेयर और ऐप्स अपडेट करना है जरूरी
माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर और ऐप्स काफी विश्वसनीय होते हैं। कंपनी नियमित अंतराल पर सिक्योरिटी अपडेट्स जारी करती है ताकि यूजर को साइबर अटैक के खतरे से बचाया जा सके। कुछ यूजर काम करने में आसानी के चलते अपने सॉफ्टवेयर या ऐप्स को अपडेट नहीं करते, जिसके चलते उनके साइबर अटैक का शिकार होने की आशंका बढ़ जाती है। साइबर अटैक की ऐसी कई सूचनाएं मिलने के बाद भारत सरकार ने चेतावनी जारी की है।
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इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय के अधिक काम करने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने बताया है कि माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर और ऐप्स में हैकरों द्वारा सेंधमारी की कई घटनाएं सामने आईं हैं। किसी भी धोखाधड़ी से बचने के लिए यूजर को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा दिए गए उचित पैच इस्तेमाल करने चाहिए।
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