भारत सरकार ने साल के आखिरी दिन दो बड़ी घोषणाएं की है। नए साल के पहले दिन रेलवे बोर्ड को नया चेयरमैन मिल गया है तो इंडियन कोस्ट गार्ड के डीजी पद पर भी नई नियुक्ति कर दी गई है।
नई दिल्ली। भारत सरकार ने साल के आखिरी दिन दो बड़ी घोषणाएं की है। भारतीय रेलवे बोर्ड के नए चेयरमैन के रूप में वीके त्रिपाठी को नियुक्त किया गया है। जबकि भारतीय नौ सेना ने इंडिया कोस्ट गार्ड के डीजी पद पर वीरेंद्र सिंह पठानिया को नियुक्त किया है।
कौन हैं रेलवे बोर्ड के नए चेयरमैन?
एनई रेलवे गोरखपुर में जनरल मैनेजर वीके त्रिपाठी को रेलवे बोर्ड का नया अध्यक्ष और सीईओ नियुक्त किया गया है। भारत सरकार के अप्वाइंटमेंट कमेटी ऑफ कैबिनेट ने यह अप्रूवल दिया है। रूड़की से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक वीके त्रिपाठी 1983 के बैच के भारतीय रेल विद्युत इंजीनियरिंग सेवा (आईआरएसईई) अधिकारी हैं। उनकी यह नियुक्ति 30 जून 2021 तक के लिए है। वह वर्तमान चेयरमैन सुनीत शर्मा की जगह लेंगे।
श्री त्रिपाठी की पहली नियुक्ति उत्तर रेलवे में सहायक विद्युत इंजीनियर के पद पर हुई। इसके बाद उन्होंने उत्तर रेलवे, मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे में विद्युत इंजीनियरिंग विभाग के अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहे। रेलवे बोर्ड के नए चेयरमैन, डीआरएम उत्तर मध्य रेलवे, इलाहाबाद तथा मुख्य विद्युत लोकोमोटिव इंजीनियर एवं अपर महाप्रबन्धक, पश्चिम रेलवे जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुके हैं। उन्होंने स्विटजरलैंड एवं अमेरिका में उच्च प्रबन्धन में प्रशिक्षण हासिल किया है।
Ace हेलीकॉप्टर के पायलट हैं नए तटरक्षक बल प्रमुख
Ace हेलीकॉप्टर पायलट वीरेंद्र सिंह पठानिया को भारतीय तटरक्षक बल का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया। वह वर्तमान में तटरक्षक मुख्यालय में अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर तैनात हैं। पठानिया ने कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर पश्चिम) और कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (पश्चिम) सहित कई महत्वपूर्ण जलपोतों और तटवर्ती पदों पर काम किया है। वो Ace हेलीकॉप्टर पायलट हैं। उन्होंने वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज और नई दिल्ली में नेशनल डिफेंस कॉलेज से स्नातक किया था। इसके अलावा पठानिया ने मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा और सामरिक अध्ययन में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री ली है। पठानिया ने रेस्क्यू और बंदरगाह संचालन में अमेरिकी तटरक्षक बल से प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
कोस्ट गार्ड के पास हैं महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां
कोस्ट कार्ड रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत काम करता है। वैसे तो समुद्री सीमा की रक्षा का जिम्मा भारतीय नौसेना पास है, लेकिन समुद्री तटों की रक्षा कोस्ट गार्ड करता है। इसका गठन 1 फरवरी 1977 को हुआ था।
यह भी पढ़ें:
Gangasagar Mela: ममता बनर्जी ने मेला पर रोक लगाने से किया इनकार, पूछा-कुंभ पर सवाल क्यों नहीं किया?