WATCH: इंडियन नेवी के युद्धपोत INS विशाखापत्तनम ने किया ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का टेस्ट

भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS विशाखापत्तनम ने पश्चिमी समुद्र तट से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल(BrahMos supersonic cruise missile) का परीक्षण किया। 21 फरवरी को राष्ट्रपति की फ्लीट रिव्यू में हिस्सा लेने के लिए युद्धपोत को विशाखापत्तनम लाया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Feb 18, 2022 4:44 AM IST / Updated: Feb 18 2022, 10:26 AM IST

विशाखापत्तनम(Visakhapatnam).भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS विशाखापत्तनम ने पश्चिमी समुद्र तट से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल(BrahMos supersonic cruise missile) का परीक्षण किया। 21 फरवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद(President Ram Nath Kovind) की फ्लीट रिव्यू में हिस्सा लेने के लिए युद्धपोत को विशाखापत्तनम लाया गया है। बता दें कि विशाखापत्तनम भारतीय नौसेना(Indian Navy) के पूर्वी कमांड का केंद्र है। यहां जहाज भी बनाए जाते हैं।

pic.twitter.com/qsYUi1QHgf

Latest Videos

21वीं सदी की सबसे खतरनाक मिसाइल
ब्रह्मोस मिसाइल को 21वीं सदी की सबसे खतरनाक मिसाइलों में गिना जा रहा है। यह सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 4300 KM प्रतिघंटा की रफ्तार से दुश्मन के ठिकाने को बर्बाद करने में सक्षम है। यह 400 किलोमीटर की रेंज में दुश्मन पर वार कर सकती है। इससे पहले इसका सफल परीक्षण जनवरी में ओडिशा के बालासोर तट पर किया गया था। जबकि एक परीक्षण 11 जनवरी को हुआ था। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के विकास, उत्पादन और विपणन के लिए भारत (डीआरडीओ) और रूस (एनपीओएम) के बीच एक संयुक्त उद्यम है। ब्रह्मोस एक शक्तिशाली आक्रामक मिसाइल हथियार प्रणाली है जिसे पहले ही सशस्त्र बलों में शामिल किया जा चुका है।

ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में ये भी जानिए
नौसेना के सूत्रों ने बताया कि इस मिसाइल का यह समुद्र से समुद्र में मार करने वाला संस्करण है। इससे पहले रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के हवाई संस्करण का दिसंबर में सफल परीक्षण किया गया था। 26 दिसंबर 2021 को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने परमाणु प्रतिरोध बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा था कि भारत ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों के निर्माण की आशा कर रहा है ताकि कोई भी दुश्मन देश उस पर बुरी नजर न डाल सके। 

किसने बनाई है मिसाइल
बता दें कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को डीआरडीओ ने विकसित किया है। इस मिसाइल की रेंज हाल ही में 298 किमी से बढ़ाकर 450 किमी की गई थी। कम दूरी की ये रैमजेट, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल विश्व में अपनी श्रेणी में सबसे तेज गति वाली है। इसे पनडुब्बी, पानी के जहाज, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है।  यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है। इस मिसाइल को भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना को सौंपा जा चुका है।

यह भी पढ़ें
कुशीनगर हादसा: एक साथ जली 13 चिताएं-धुएं से काला हो गया आसमान, रोते-बिलखते लोग बोले- क्या कर दिया भगवान
हिमालय पर रहने वाले ‘Yogi’ की कठपुतली बनकर काम करती थीं NSE प्रमुख चित्रा रामकृष्ण, सेबी ने लगाया आरोप
Arvind Kejriwal को Kumar Vishwas का चैलेंज, हिम्मत है तो सामने आओ, bahas me कर लो दो-दो हाथ

 

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

घूंघट में महिला सरपंच ने अंग्रेजी में दिया जोरदार भाषण, IAS Tina Dabi ने बजाई तालियां
PM Modi LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जनसभा को संबोधित किया
UP के जैसे दिल्ली में भी... आतिशी ने BJP पर किया सबसे बड़ा वार
Odisha Case: Rahul Gandhi ने Army अधिकारी की मंगेतर से थाने में बर्बरता पर साधा निशाना
झारखंड में सिर्फ भाजपा ही कर सकती है ये काम #shorts