जहाज निर्माण और डिजाइन में स्टार्टअप्स व इनोवेटर्स को मिला भारत के प्रमुख रक्षा शिपयार्ड GRSE का साथ, राजीव चंद्रशेखर ने सराहा

केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट कर कहा कि मैं वास्तव में बहुत खुश हूं एक मिनी रत्न कंपनी GRSE ने अपने खुद के रिसर्च इकोसिस्टम के विस्तार के लिए स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स के साथ साझेदारी करने का फैसला किया है।

Dheerendra Gopal | Published : May 22, 2023 8:01 PM IST / Updated: May 23 2023, 01:48 AM IST

GRSE launched GAINS 2023: भारत के प्रमुख रक्षा शिपयार्डों में से एक, Category 1 मिनी रत्न कंपनी गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) लिमिटेड ने जहाज डिजाइन एवं निर्माण में इनोवेशन के लिए स्टार्टअप्स व इनोवेटर्स साथ साझेदारी करने का निर्णय लिया है। कंपनी ने सोमवार को कोलकाता में जीआरएसई एसीलरेटेड इनोवेशन नर्चरिंग स्कीम-2023 यानी GAINS 2023 लांच किया। यह स्कीम इस उद्योग में वर्तमान चैलेंजस से निपटने में सक्षम साबित होगा।

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जताई खुशी

केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट कर कहा कि मैं वास्तव में बहुत खुश हूं शिपबिल्डिंग में विशेषज्ञता रखने वाली एक मिनी रत्न कंपनी जीआरएसई ने अपने खुद के रिसर्च इकोसिस्टम के विस्तार के लिए स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स के साथ साझेदारी करने का फैसला किया है। GAINS चैलेंज एक ऐसी साझेदारी है जो जहाज डिजाइन और निर्माण उद्योग में प्रौद्योगिकी और नवाचार के भविष्य को आकार देगी। केवल एक संगठन द्वारा प्रौद्योगिकी और नवाचार का विकास नहीं किया जा सकता है। मुझे खुशी है कि जीआरएसई जैसे पीएसयू अब न केवल सक्षमकर्ता के रूप में बल्कि पूरे देश में युवा भारतीयों और स्टार्टअप के भागीदारों के रूप में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

 

 

अगर है इस क्षेत्र में कोई इनोवेटिव आईडिया तो यहां करें ट्राई

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रिन्यूएबल/ग्रीन एनर्जी और एनर्जी एफिशिएंसी के साथ-साथ एफिशिएंसी एन्हांसमेंट GRSE के फोकस क्षेत्र हैं और 'गेन्स 2023' चैलेंज के विषयगत क्षेत्र हैं। सभी जोशीले इनोवेटर्स, उद्यमी और दूरदर्शी 'गेन्स 2023' चैलेंज के बारे में अधिक जानकारी के लिए जीआरएसई की वेबसाइट www.grse.in/gains पर जा सकते हैं।

जीआरएसई ने भारतीय नौसेना को पहला स्वदेशी युद्धपोत दिया

1960 में डीपीएसयू बनने के बाद से जीआरएसई एक अग्रणी शिपयार्ड रहा है जिसने 1961 में भारतीय नौसेना को पहला स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस अजय दिया था। जहाज निर्माण में अग्रणी नाम के रूप में वैश्विक बाजार में उभरने के लिए शिपयार्ड काफी समय से तकनीकी विकास को अपना रहा है। ओपन इनोवेशन अपेक्षाकृत कम समय में बेहतर समाधान बनाने के लिए संगठन के बाहर से विचारों को इकट्ठा करने का एक सुस्थापित और प्रभावी तरीका है। शिपयार्ड में इनोवेशन को बढ़ावा देने और यार्ड को भविष्य के लिए तैयार शिपयार्ड बनने की दिशा में आगे बढ़ाने के प्रयास में ओपन इनोवेशन चैलेंज के माध्यम से इनोवेटर्स को इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित करने की योजना को समय की आवश्यकता माना जाता है। 'GAINS 2023' को नए और उभरते इनोवेटर्स, इंजीनियरों और डिजाइनरों को शिपयार्ड के मुख्य व्यावसायिक हितों को समझने का अवसर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस तरह उन्हें इस विशिष्ट प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सोचने और नवाचार करने के लिए प्रेरित किया गया है।

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