ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत को लेकर आज मंगलवार (21) को देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को आधा झुकाया जाएगा। इससे पहले राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत पर प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जाहिर किया था।
Death of Iran President Ebrahim Raisi: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी रविवार (19 मई) को हवाई दुर्घटना में मौत हो गई थी। उनका हेलीकॉप्टर पहाड़ी इलाके घने धुंध और कोहरे की वजह से टकरा गया और जान चली गई। उनके अलावा ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान की भी मौत हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हो गई। बता दें कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत को लेकर आज मंगलवार (21) को देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को आधा झुकाया जाएगा। इससे पहले राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत पर प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जाहिर किया था। इसके लिए आज उन सभी जगहों पर तिरंगे को आधा झुकाया जाएगा, जहां वो नियमित रूप से लगे रहते हैं। हालांकि, आज हम आपको बताएंगे की ऐसा किन अवसरों पर किया जाता है।
हम भारतीय या कोई भी दूसरे देश का निवासी अपने राष्ट्रीय झंडे से काफी प्यार करता है, क्योंकि ये उसकी पहचान होती है। अगर हम सिर्फ अपनी बात करें तो हम हर साल राष्ट्रीय पर्व या किसी खेल के आयोजन के वक्त अपने प्यार झंडे तिरंगे के लिए झंडा ऊंचा रहे हमारा गाना गुनगुनाते हैं। हालांकि, हम जिस ध्वज के लिए झंडा ऊंचा रहे गाना गाते हैं वहीं ध्वज कुछ विशेष दिन या किसी विशेष मौके पर झुक जाता है। हम आपको बताएंगे कि ऐसा क्यों किया जाता है।
कब और क्यों झुकाया जाता है राष्ट्रीय ध्वज?
ऐसा माना जाता है कि राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुकाना राष्ट्रीय शोक का प्रतीक माना जाता है। ऐसा उस समय किया जाता है, जब किसी गणमान्य व्यक्ति या महिला का निधन हो जाता है। इसलिए उनके प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए राष्ट्रीय ध्वज को झुका दिया जाता है। हालांकि, इसका फैसला देश के राष्ट्रपति लेते हैं। इसके लिए सबसे पहले झंडे को पूरी तरह ऊपर उठाया जाता है और फिर नीचे झुका दिया जाता है।
भारत में राष्ट्रीय ध्वज को ऐसे मौकों पर झुकाया जाता है कि जब किसी मित्र देश के वरिष्ठ नेता या फिर अपने देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के निधन पर झुकाया जाता है। कई मौकों पर लोकसभा अध्यक्ष, भारत के मुख्य न्यायाधीश और केंद्र के राज्य मंत्री और उपमंत्री के निधन पर भी ध्वज को झुकाया जाता है।
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