Jammu-Kashmir में बिजली के privatisation का विरोध: हजारों कर्मचारी हड़ताल पर, कड़कड़ाती ठंड के बीच ब्लैकआउट

जम्मू-कश्मीर के सभी हिस्सों में कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे। लाइनमैन से लेकर सीनियर इंजीनियर तक पीडीडी का हर कर्मचारी हड़ताल का हिस्सा है। अधिकारियों का कहना है कि हड़ताली कर्मचारियों के साथ बातचीत हुई, लेकिन स्थिति से निपटने में वे लोग असफल रहे। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 19, 2021 2:32 PM IST

श्रीनगर। भारी ठंड के बीच जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के बड़े हिस्से में बिजली गुल (blackout) है। बिजली विकास विभाग के हजारों कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल (Sine die strike) पर चले गए हैं। जम्मू-कश्मीर बिजली विकास विभाग को पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Power grid corporation of India) में विलय करने और निजी कंपनियों को संपत्ति (Privatisation) सौंपने के सरकार के कदम के खिलाफ बीस हजार कर्मचारी विरोध कर रहे हैं।

क्या है कर्मचारियों की मांग?

Latest Videos

हड़ताली कर्मचारियों ने फैसला किया है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, तब तक कोई मरम्मत और रखरखाव का काम नहीं करेंगे। कर्मचारी संपत्ति के निजीकरण, दैनिक वेतन भोगी बिजली कर्मचारियों के नियमितीकरण और वेतन जारी करने के सरकार के फैसले वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर के सभी हिस्सों में कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे। लाइनमैन से लेकर सीनियर इंजीनियर तक पीडीडी का हर कर्मचारी हड़ताल का हिस्सा है। अधिकारियों का कहना है कि हड़ताली कर्मचारियों के साथ बातचीत हुई, लेकिन स्थिति से निपटने में वे लोग असफल रहे। 

दशकों से बनाई संपत्ति को नहीं बिकने देंगे

बिजली कर्मचारी महासंघ के महासचिव सचिन टिक्कू (Sachin Tikku) ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लगातार सरकारों द्वारा दशकों से बनाई गई संपत्ति अब केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के तहत बिक्री के लिए तैयार है। कर्मचारियों ने कहा कि यह संपत्तियों का एक व्यवस्थित हस्तांतरण है जिसका हम विरोध कर रहे हैं। वे ट्रांसमिशन क्षेत्र की संपत्ति बेच रहे हैं। वे पावर ग्रिड को 50% हिस्सेदारी देना चाहते हैं जो जम्मू और कश्मीर के हितों के खिलाफ है।

टिक्कू ने कहा कि यह हमारे अस्तित्व का मुद्दा है। यह उन लोगों की लड़ाई है जिनसे हम लड़ रहे हैं। अगर हम ट्रांसमिशन क्षेत्र खो देते हैं तो हमारे पास कुछ भी नहीं रहेगा। यह बिजली विभाग की रीढ़ है। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ निचले स्तर पर बातचीत हो रही है और कोई भी शीर्ष सरकारी अधिकारी संकट और आश्वासन को हल करने के लिए आगे नहीं आया है कि बिजली क्षेत्र को निजी कंपनियों को नहीं बेचा जाएगा।

कई जिलों में बिजली गुल

जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में बिजली पूरी तरह ठप है। जम्मू और श्रीनगर में भी बिजली गुल है। आपूर्ति और मांग के बीच भारी अंतर के कारण कश्मीर पहले से ही सर्दियों के दौरान लंबे समय तक बिजली कटौती का सामना कर रहा है।

यूपी कैडर के आईएएस के पास है बिजली का प्रभार

सरकार ने हाल ही में यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी नीतीशेश्वर कुमार को बिजली विभाग का प्रभार दिया है। श्री कुमार जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के प्रमुख सचिव भी हैं। 

कर्मचारियों से बातचीत लेकिन वह मान नहीं रहे

बिजली विभाग के मुख्य अभियंता एजाज अहमद ने कहा कि वह कर्मचारियों से बात कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मैंने उनसे हड़ताल वापस लेने का अनुरोध किया है क्योंकि लोग इन अत्यधिक शीत लहर की स्थिति से परेशान हैं लेकिन कर्मचारी मना कर देते हैं। वे चाहते हैं कि उनकी मांगों को स्वीकार किया जाए।

राज्य में बेहद ठंड 

राज्य में बेहद ठंड है। श्रीनगर में पारा शून्य से 6 डिग्री नीचे है और कश्मीर के कई अन्य हिस्सों में अधिक ठंड है। मौसम विभाग ने इस सप्ताह न्यूनतम तापमान में और गिरावट और बर्फबारी की आशंका जताई है।

यह भी पढ़ें:

Paika विद्रोह को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का दर्जा देने की उठी मांग, बरुनेई से भुवनेश्वर तक प्रोटेस्ट मार्च

ड्रैगन की काली करतूत: Pakistan, Sri Lanka का शोषण कर चुका China अब Bangladesh को तबाह करने में जुटा

Agni V के बाद अग्नि प्राइम का हुआ सफल परीक्षण, परमाणु बम ले जाने में सक्षम यह मिसाइल दुनिया की एडवांस टेक्नोलॉजी से है लैस

Share this article
click me!

Latest Videos

20 सबसे यंग चेहरे, जो हरियाणा चुनाव 2024 में बड़े-बड़ों को देंगे मात!
इन 8 जगहों पर अगर किया शर्म तो बर्बाद हो जाएगा जीवन!
आखिर क्या है ISRAEL की ताकत का सबसे बड़ा राज
Hezbollah में जो लेने वाला था नसरल्ला की गद्दी, Israel ने उसे भी ठोका
सामने आई Bigg Boss 18 के घर की PHOTOS, देखें कोने-कोने की झलक