श्रीनगर में पुलिस बस पर आतंकियों ने घेरकर हमला बोल दिया। बिना बुलेटप्रूफ वाली बस में सवार पुलिसककर्मियों को कई तरफ से निशाना बनाया गया। इस हमले का मुकाबला करने के लिए पुलिस के पास पर्याप्त हथियार तक नहीं थे। अधिकतर के पास लाठी और शील्ड ही थी।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। श्रीनगर में आतंकवादियों ने फिर से पुलिस फोर्स पर हमला बोल दिया। सोमवार की शाम को हुए इस हमले में दो जवानों की मौत हो गई जबकि एक दर्जन से अधिक घायल हैं। घायलों में कईयों की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। आतंकी हमले के बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हालांकि, अंधेरे का लाभ आतंकियों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के परिवार के प्रति संवेदना जताई है। पीएमओ ने बताया कि पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की जानकारी मांगी है।
श्रीनगर के जेवन में पंथा चौक-खोनमोह रोड से भारतीय रिजर्व पुलिस (IRP) की 9वीं बटालियन की गाड़ी गुजर रही थी। आतंकवादियों ने उस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में दो जवान शहीद हो गए जबकि 14 घायल हो गए हैं। इनमें पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि बंदूकधारियों ने बाइक में सवार होकर तीन तरफ से बस पर हमला किया। चूंकि, जम्मू कश्मीर पुलिस की बसें बुलेट प्रूफ नहीं होती हैं इसलिए जवानों को ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां का तापमान शून्य से नीचे है। श्रीनगर के पास हुए हमले के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। आतंकियों की सर्चिंग जारी है, लेकिन कल सुबह सर्च ऑपरेशन सही से चालू हो सकेगा। चूंकि जिस जगह हमला हुआ वह राजमार्ग से सटा इलाका है, इसलिए माना जा रहा है कि आतंकी राजमार्ग से भाग निकले होंगे। हालांकि, राजमार्ग पर भी बाइक सवारों की चेकिंग शुरू कर दी गई है। आतंकियों ने फरवरी 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ की बस को निशाना बनाया था। इसके बाद पुलिस बल की गाड़ी को इस तरह से निशाना बनाने की पहली घटना है।
सामान्य बस और बिना हथियार के पुलिसवाले पड़ गए असहाय
आतंकियों ने पुलिस वालों के जिस बस पर हमला बोला था, वह बुलेटप्रूफ नहीं थी। सबसे अहम बात यह कि बस में सवार अधिकतर पुलिसवालों के पास हथियार के नाम पर केवल लाठियां और शील्ड थे। कुछ पुलिसवालों के पास ही हथियार थे। आतंकियों ने बस को रोकने के लिए टायर पर फायरिंग की। इसके बाद बस पर 2 तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई।
डीजीपी ने की दो जवानों के शहीद होने की पुष्टि
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने बताया कि जो बस जा रही थी, उसमें जवान शहर से लौट रहे थे। आतंकी हमले में 14 लोग जख्मी हो गए हैं, 2 लोग शहीद हो गए। 12 लोगों की स्थिति ठीक है। बस पर दो तरफ से फायरिंग हुई, इससे पता चलता है कि कम से कम 2 आतंकी इसमें शामिल रहे होंगे।
इनको बनाया निशाना
ड्यूटी से वापस बेस कैंप जा रहे थे पुलिसकर्मी
सूत्रों के मुताबिक ये सभी पुलिसकर्मी और अधिकारी दिन की ड्यूटी पूरी कर वापस बेस कैंप जा रहे थे। इस बस में 40 पुलिसकर्मी सवार थे। बेस कैंप के पास ही सड़क पर हमलावर आतंकियों ने बाइक से उतरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की बस पर भारी गोलीबारी हुई है। यह अत्याधुनिक हथियारों से की गई है, जिस वजह से 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। 5 की हालत गंभीर है।
गुलशन चौक पर भी हुआ था हमला
बीते शुक्रवार को बेखौफ आतंकवादियों ने पुलिस टीम (attack on Police team) पर हमला किया था। बांदीपोरा (Bandipora) में हुए इस हमले में दो पुलिस के जवान मारे गए। यह हमला बांदीपोरा के एक चौराहा पर गश्त कर रही टीम पर किया गया था। हमले के बाद क्षेत्र में हाई अलर्ट कर दिया गया है। आतंकवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बांदीपोरा जिले के गुलशन चौक (Gulshan Chowk) पर शुक्रवार को पुलिस टीम गश्त कर रही थी। इस चौक पर एक पुलिस पार्टी हमेशा ही तैनात रहती है। शाम को घात लगाए आतंकवादियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में दो पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में उनको नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन डॉक्टर उनको बचा न सके। इस आतंकी हमले में गुलशन चौक पर पुलिस टीम के मोहम्मद सुल्तान (Mohammad Sultan) और फयाज अहमद (Faiyaz Ahmad) शहीद हो गए।
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