नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल हुए उपसभापति हरिवंश तो जदयू ने की निंदा: कहा- उच्च पद के लिए बौद्धिक अखंडता का किया व्यापार

नई संसद भवन के औचित्य पर सवाल उठाते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नई संसद भवन बनवाना उन लोगों की सोच है, वह लोग इतिहास बदलने का प्रयास कर रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं दिया था।

 

Dheerendra Gopal | Published : May 29, 2023 10:21 AM IST / Updated: May 29 2023, 07:49 PM IST

New Parliament house inauguration: राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश के नए संसद भवन के उद्घाटन में हिस्सा लेने पर जदयू ने नाराजगी जताई है। हरिवंश जनता दल यूनाइटेड से राज्यसभा सदस्य हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश का पार्टी द्वारा बहिष्कार के बाद भी उद्घाटन में जाना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि जहां आपकी पार्टी के अध्यक्ष, यहां तक की राज्यसभा के अध्यक्ष माननीय उपराष्ट्रपति तक मौजूद नहीं थे, वहां आपका जाना निंदनीय है।

क्या कहा जदयू प्रवक्ता ने हरिवंश के शामिल होने पर?

जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि पत्रकारिता में आपके योगदान के लिए पार्टी ने आपको राज्यसभा भेजा था। लेकिन जब देश में संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काला अध्याय लिखा जा रहा है तो आपने अपने उच्च पद के लिए बौद्धिक अखंडता का व्यापार किया। उन्होंने कहा कि यह शीर्ष नेतृत्व को तय करना है कि पार्टी के बहिष्कार का फैसला करने के बावजूद आपकी भागीदारी को ध्यान में रखते हुए क्या कार्रवाई की जाए।

जदयू समेत 21 विपक्षी दलों ने किया था संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार

नई संसद भवन के औचित्य पर सवाल उठाते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नई संसद भवन बनवाना उन लोगों की सोच है, वह लोग इतिहास बदलने का प्रयास कर रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं दिया था।

रविवार को संसद भवन का हुआ था उद्घाटन

नई संसद भवन का उद्घाटन रविवार 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। 1200 करोड़ की लागत में बने इस नए संसद भवन का जीवन काल 150 वर्ष से अधिक बताया जा रहा है। चार मंजिला नया संसद भूकंप रोधी होगा।  इस संसद भवन को 28 महीनों में बनाकर तैयार किया गया है। नए परिसर में लोकसभा में 888 लोग बैठ सकते हैं। जबकि पुरानी लोकसभा में 543 सदस्यों के ही बैठने की जगह थी। राज्यसभा में 384 लोग बैठ सकते हैं। पुरानी राज्यसभा में केवल 245 लोग ही बैठ सकते थे। संसद के हाल में 1272 सदस्यों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है। टाटा ग्रुप ऑफ कंपनीज ने इस बिल्डिंग का निर्माण किया है। नई दिल्ली के दिल में यह नया संसद भवन यानि न्यू पार्लियामेंट बिल्डिंग 64,500 वर्ग मीटर एरिया में फैला है। नई संसद भवन 4 मंजिला बनाया गया है। इसमें 3 दरवाजे हैं। इसे तीन नामों से जाना जाएगा-ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार। यह पुरानी संसद से 17 हजार वर्गमीटर बड़ा है। नई संसद की डिजाइन जाने माने आर्किटेक्ट बिमल पटेल ने तैयार किया है।

यह भी पढ़ें:

New Parliament Building Exclusive Inside Video: अंदर से इतना भव्य दिखता है नया संसद भवन, देखें वीडियो

Read more Articles on
Share this article
click me!