Kargil War: ब्रिगेडियर ठाकुर बोले- कोरोलिन की लड़ाई थी बहुत कठिन, नहीं थे तोप

कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas 2024) से पहले इस जंग में बड़ी भूमिका निभाने वाले ब्रिगेडियर कुशल ठाकुर ने एशियानेट न्यूज को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है। उन्होंने बताया कि कोरोलिन की लड़ाई बहुत कठिन थी।

Vivek Kumar | Published : Jul 25, 2024 9:08 AM IST / Updated: Jul 25 2024, 02:46 PM IST

कारगिल (Report- Anish Kumar)। 3 मई से लेकर 26 जुलाई 1999 तक भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ी गई कारगिल की लड़ाई (Kargil War) में ब्रिगेडियर कुशल ठाकुर की अहम भूमिका थी। उनकी यूनिट ने द्रास सेक्टर के कोरोलिन और टाइगर हिल पर लड़ाई लड़ी थी। 26 जुलाई को मनाए जाने वाले कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas 2024) से पहले उन्होंने एशियानेट न्यूज को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है। इस दौरान 25 साल पहले लड़ी गई लड़ाई की यादें शेयर कीं।

कुशल ठाकुर कारगिल वार के समय कर्नल थे। उन्होंने कहा, "हम आतंकवाद से लड़ रहे थे तभी अचानक आदेश आया कि द्रास जाना है। यहां दुश्मन गोलीबारी कर रहे थे। आर्टिलरी फायर की जा रही थी। 16 मई 1999 को हमें आदेश मिला था। इसके बाद हम 17-18 मई को द्रास के मतायन या मुगलपुरा नाम की जगह पहुंचे। 19 मई को बताया गया कि कुछ आतंकी कोरोलिन में दिखे हैं। हमें इनका सफाया करना है।"

Latest Videos

कोरोलिन का टास्क बहुत चुनौतिपूर्ण था, पर्याप्त आर्टिलरी नहीं थे

ब्रिगेडियर ने कहा, "द्रास सेक्टर में कोरोलिन और टाइगर सेक्टर में दो बड़ी लड़ाई लड़ी गई। यह गर्व की बात है कि मेरी यूनिट ने दोनों में हिस्सा लिया। कोरोलिन का टास्क बहुत चुनौतिपूर्ण था। हमारे पास पर्याप्त आर्टिलरी नहीं थे। सैनिकों को तैयारी करने और स्थिति के अनुसार ढलने के लिए समय नहीं मिला। वहीं, टाइगर हिल पर हमले के समय हमारे पास यह सब था। हम 120 तोप से फायरिंग कर रहे थे। बोफोर्स तोप से गोले दागे जा रहे थे। हमने मल्टिपर बैरल रॉकेट लॉन्चर मंगाए थे। तैयारी और जानकारी जुटाने के लिए पर्याप्त समय था।"

यह भी पढ़ें- कारगिल युद्ध के 25 साल: परमवीर चक्र विजेता कैप्टन योगेंद्र यादव ने शेयर की यादें

उन्होंने कहा, "हमने सियाचिन लिया था। यह उनके (पाकिस्तान) दिमाग में था। उनकी कोशिश थी कि सियाचिन पर कब्जा कर रास्ते को रोका जाए। वे सेना के काफिले और नागरिकों पर गोलीबारी कर रहे थे। उनकी कोशिश कश्मीर के मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की थी। वे बहुत बुरी तरह विफल हुए।"

यह भी पढ़ें- पठानकोट में दिखे 7 संदिग्ध, तलाश में जुटी पुलिस, जारी किया स्केच

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

नवादा में क्यों दलितों पर टूटा दंबंगों का कहर, स्वाहा हो गए 80 से ज्यादा घर । Bihar Nawada News
नक्सली सोच से लेकर भ्रष्टाचार के जन्मदाता तक, PM Modi ने जम्मू में कांग्रेस को जमकर सुनाया
PM Modi LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जनसभा को संबोधित किया
कार से हो सकता हैं कैंसर! 99% गाड़ियों में है खतरा
OMG! यहां बीवियां हो जाती हैं चोरी, जानें कहां चल रहा ऐसा 'कांड'